भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खबरों की मानें, तो उनकी तबीयत पिछले दो हफ्तों से नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम उनकी सेहत पर लगातार निगरानी रख रही है।
हाल के कुछ महीनों में स्वास्थ्य में आई गिरावट
इससे पहले भी लाल कृष्ण आडवाणी को इसी साल जुलाई और जून में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जुलाई में उन्हें अपोलो अस्पताल में इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था। वहीं, जून में उन्हें एम्स के यूरोलॉजी विभाग में भर्ती किया गया था, जहां एक दिन के उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
राजनीतिक सफर और पार्टी के लिए बड़ी योगदान
लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची (अब पाकिस्तान) में हुआ। उन्होंने 1942 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़कर स्वयंसेवक के तौर पर राजनीतिक सफर की शुरुआत की। वे भारतीय जनता पार्टी के सबसे लंबे समय तक राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। आडवाणी ने 1986-1990, 1993-1998, और 2004-2005 तक पार्टी अध्यक्ष के तौर पर काम किया है। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 1999-2005 तक वे गृह मंत्री और उपप्रधानमंत्री रहे। 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया।
इन आंदोलनों में अहम भूमिका निभाई
लाल कृष्ण आडवाणी ने भाजपा को राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख राजनीतिक शक्ति बनाने में अहम भूमिका निभाई। उनका योगदान राम जन्मभूमि आंदोलन और पार्टी के वैचारिक विस्तार में ऐतिहासिक माना जाता है। वहीं, उनकी तबीयत खराब होने की खबर से समर्थकों और शुभचिंतकों के बीच चिंता बढ़ गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।