चेन्नई : आयकर विभाग ने चेन्नई में डीएमके सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री एस जगतरक्षकन के परिसरों पर अपनी तलाशी जारी रखी है। इस तलाशी अभियान के दौरान डीएमके सांसद अपने आवास में ही हैं। डीएमके सांसद के परिसरों पर आईटी तलाशी का यह दूसरा दिन है।
40 ठिकानों पर छापेमारी
गुरुवार को आयकर विभाग ने पूर्व केंद्रीय मंत्री से जुड़े 40 से अधिक ठिकानों पर तलाशी ली। आईटी ऑपरेशन के दौरान, कांचीपुरम के देवरियांबक्कम और इलायनरवेलूर इलाकों में चल रही दो शराब की भट्टियों और कांचीपुरम के वालाजाबाद में डीएमके सांसद के चचेरे भाई कुप्पन के घर की भी तलाशी ली गई।
यूपीए सरकार में रहे चुके केंद्रीय मंत्री
चेन्नई के क्रोमपेट में बालाजी और रिले अस्पतालों में भी तलाशी ली गई। इन अस्पतालों का स्वामित्व डीएमके सांसद एस जगतरक्षकन के पास है। जगतरक्षकन मौजूदा लोकसभा के सदस्य हैं और 2019 के संसदीय चुनाव में अरक्कोणम लोकसभा सीट से चुने गए थे। जगतरक्षकन डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री रह चुके हैं।
बदले की राजनीति का लगाया आरोप
इस बीच, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के प्रवक्ता टीकेएस एलंगोवन ने भाजपा पर बदले की राजनीति में शामिल होने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “बहुत स्पष्ट है कि यह एक राजनीतिक बदला है। तमिलनाडु के लोग जानते हैं कि भाजपा द्वारा समर्थित कितने अन्नाद्रमुक के लोग कॉलेज और संस्थान चला रहे हैं। उन संस्थानों में कोई अधिकार नहीं है। ये लोग विपक्षी दलों को आतंकित करना चाहते हैं, वे सभी उनकी शक्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। वे देश पर शासन करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। भाजपा उन लोगों का एक बर्बर वर्ग है, जो संविधान का सम्मान नहीं करते हैं, जो किसी भी कानून का सम्मान नहीं करते हैं, जो अपने लाभ के लिए कुछ भी कर सकते हैं।”