नई दिल्ली : शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देश शुक्रवार को सर्वसम्मति से आतंकवाद की निंदा की। साथ ही, उनहोंने आतंकवाद को नियंत्रण करने के लिए एक सुर में आवाज उठाई। रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने कहा कि इस साल एससीओ के अध्यक्ष के रूप में भारत एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करेगा।
आतंकवाद के खिलाफ एससीओ देश हुए एकजुट
अरामाने ने शुक्रवार को एससीओ के रक्षा मंत्रियो की बैठक के समापन पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, “सभी सदस्य देश अपने बयान में एकमत हैं कि आतंकवाद, चाहे किसी भी रूप में हो, उसकी निंदा की जाएगी और उसे नियंत्रित किया जाएगा।” उन्होंने कहा, “अतिरिक्त-क्षेत्रीय आतंकवादी गतिविधियों, नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ आने वाले वर्षों में कार्रवाई की जाएगी।”
दो दिवसीय एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक
बता दें कि एससीओ के रक्षा मंत्रियो की बैठक 27 अप्रैल को शुरू हुई थी और इसमें सभी सदस्य देशों – मेजबान भारत, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
रक्षा मंत्री ने आतंकवाद को लेकर दी कड़ी चेतावनी
इससे पहले, बैठक के दौरान भारत ने पाकिस्तान, चीन, रूस समेत शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सभी सदस्य देशों का आह्वान किया है कि वो आतंकवाद के खिलाफ एक साथ मिल कर लड़ाई शुरु करें। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हर तरह के आतंकवाद को खत्म करने और आतंकवादी गतिविधियों को फंड उपलब्ध कराने वालों की जवाबदेही तय करने के लिए सामूहिक कार्रवाई जरूरी है।
उन्होंने यह भी कहा कि हर तरह का आतंकवाद या इसको मदद करना मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है और इसके साथ शांति व समृद्धि स्थापित नहीं हो सकती।