शनि देव को ज्योतिष में न्याय के देवता कहा जाता है। यह अच्छे और बुरे कर्मों के अनुसार जातक को फल देते हैं। ज्योतिष में शनि को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। शनैश्चर 18 मार्च (सोमवार) को कुंभ राशि में उदित हो जाएंगे। आइए जानते हैं शनि का उदय किन राशियों को फायदा पहुंचाएगा।
शनि का कुंभ राशि में उदय का समय
छाया पुत्र शनि 18 मार्च की सुबह 07.49 मिनट पर कुंभ राशि में उदित होंगे। शनि लंबे समय बाद अस्त अवस्था से बाहर आ जाएंगे। शनि का कुंभ राशि में उदय सभी राशियों को प्रभावित करेगा।
इन राशियों पर शनिदेव रहेंगे मेहरबान
मेष राशि
मेष राशि के 10वें और 11वें भाव के स्वामी शनि ग्रह है, इस दौरान नए लोगों के साथ संपर्क स्थापित करेंगे। पेशेवर जीवन में तरक्की होगी। साथ ही भौतिक इच्छाएं पूरी होंगी। इस दौरान ऐसे लोगों से मुलाकात होगी जो करियर में आगे बढ़ने में सहायता करेंगे। जो जातक बिजनेस करते हैं उन्हें मुनाफा मिलेगा।
वृषभ राशि
शनि महराज वृषभ राशिवालों के 9वें और 10वें भाव के अधिपति देव हैं। ऐसे में यह अवधि करियर के लिए अच्छा रहेगा। इस दौरान सुनहरे अवसरों की प्राप्ति होगी। ऑफिस पर बॉस आपके काम पर ध्यान देते नजर आएंगे। कड़ी मेहनत का फल प्राप्त होगा।
कन्या राशि
कन्या राशिवालों के लिए शनि 5वें और 6वें भाव के स्वामी हैं। यह अवधि उन लोगों के लिए अच्छी रहेगी जिनका संबंध कानूनी क्षेत्र से है। जो जातक किसी परीक्षा में भाग लेने जा रहे हैं उन्हें सफलता की प्राप्ति होगी। प्राइवेट नौकरीपेशा वर्ग के जातक कार्यस्थल पर सबसा ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर सकेंगे।
तुला राशि
शनि देव को तुला राशि में चौथे और पांचवें भाव का स्वामित्व प्राप्त हैं। शनि महाराज का उदय होना होना सहायक साबित होगा। इस दौरान झुकाव धर्म-कर्म के काम में होगा। जिन जातकों का व्यापार है, वह नई डील करने के साथ नए लोगों के साथ संपर्क स्थापित कर सकते हैं। जिससे बिजनेस बढ़ाने में सहायता प्राप्त होगी।
शनि देव को प्रसन्न करने का अचूक उपाय
प्रतिदिन ‘ओम प्रां प्रीं प्रौं सः शनिश्चरा नमः’ का जाप करें।
हनुमान चालीसा का पाठ करें।
जरूरतमंदों को कपड़े और जूते दान करें।
शनिवार को शनि मंदिर जाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।