भोपाल। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती की बेटी और PDP नेता इल्तिजा मुफ्ती के हिंदुत्व को बीमारी बताने वाले बयान से देश भर में सियासत शुरू हो गई है। एक तरफ संत समाज और भाजपा ने उनसे माफी की मांग की है। साथ ही उन्हें खुद एक बीमारी बताकर पाकिस्तान की राह पर चलने वाले लोग बताया। वहीं, कांग्रेस ने भी अपने घटक दल के नेता के बयान से किनारा कर लिया है।
हिंदुत्व को बीमारी बताने वाली मुफ्ती खुद एक बीमारी: संत समाज
अखिल भारतीय संत समिति के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष स्वामी अनिल आनंद ने इल्तिजा मुफ्ती के बयान का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह बयान संपूर्ण करोड़ों हिंदुओं का अपमान है। हिंदुत्व को बीमारी बताने वाली मुफ्ती खुद एक बीमारी है। यह लोग पाकिस्तान के साथ विधर्मियों के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं। भारत का नमक खाकर भारत के बहुसंख्यक हिंदुओं का अपमान करने वाली मुफ्ती कार्रवाई की जाए। भगवान श्री राम के साथ सनातन का अपमान संत समाज नहीं सहेगा।
बीजेपी ने इंडिया गठबंधन पर साधा निशाना
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने भी मुफ्ती के इस बयान पर इंडिया गठबंधन पर जमकर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये बांग्लादेश में हो रहे हिंदू अत्याचार पर ट्वीट नहीं करेंगे। पाकिस्तान में हो रहे अत्याचारों पर ट्वीट नहीं करेंगे। जब भारत में गजवा ए हिंद, लव जिहाद, थूक जिहाद, पेशाब जिहाद होते हैं तब भी नहीं बोलते। सनातन और हिंदुत्व के विरोधियों को देश की जनता अच्छे से पहचान चुकी है। यह कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडी गठबंधन का मूल सनातन विरोधी चेहरा है। इस बयान पर कांग्रेस, उनके घटक और मुफ्ती माफी मांगे।
कांग्रेस ने घटक दल के बयान से किया किनारा
इल्तिजा मुफ्ती के बयान के बाद कांग्रेस भी बैकफुट पर दिखाई दे रही है। प्रदेश प्रवक्ता स्वदेश शर्मा ने कहा कि संविधान में सबको अपना धर्म मानने का अधिकार है। रतलाम की घटना बेहद गंभीर है। सनातन का मतलब अखंडता है, एकता है उदारता है। बीजेपी ऐसी राजनीति न करे। देश में सभी धर्मों का सम्मान है।
विरोध के बाद इल्तिजा मुफ्ती बोली- हिंदू नहीं हिंदुत्व के खिलाफ कहा
अपने बयान के बाद इल्तिजा मुफ्ती भाजपा और हिंदू नेताओं के निशाने पर आ गई हैं। जिसके बाद उन्होंने अपनी सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने हिंदू नहीं बल्कि हिंदुत्व के खिलाफ बयान दिया है। PDP नेता इल्तिजा मुफ्ती ने कहा, “यह महात्मा गांधी का भारत है। मैंने हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं, हिंदुत्व के खिलाफ बोला है। मैंने वीर सावरकर के इस फिलॉसफी के खिलाफ बोला है कि भारत केवल हिंदुओं के लिए है। मैं जानती हूं कि हिंदू धर्म एक ऐसा धर्म है जो शांति और करुणा को बढ़ावा देता है। मैं हिंदुत्व के खिलाफ हूं क्योंकि यह एक बीमारी है जिसे जड़ से खत्म करने की जरूरत है।”
क्यों हो रहा विवाद?
दरअसल, रतलाम का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा था, जिसमें एक युवक विशेष समुदाय के तीन बच्चों को थप्पड़ और चप्पल से पीटते हुए उनसे ‘जय श्री राम’ बुलवा रहा है। इस वायरल वीडियो पर इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा था, “यह सब देखकर राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे, कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार किया। हिंदुत्व एक बीमारी है जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”