मेरठ। Love Jihad: उत्तरप्रदेश के मेरठ स्थित राजराजेश्वरी मंदिर में जगद्गुरु शंकराचार्य पहुंचे, जहां लव जिहाद (Love Jihad) को लेकर हुए सवाल के बाद जमकर बवाल हुआ. आरएसएस (RSS) के एक वरिष्ठ नेता पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप लगाते हुए जगद्गुरु से भिड़ गए. जिसके बाद शंकराचार्य के शिष्यों ने आरएसएस पदाधिकारी समेत उनसे मिलने पहुंचे बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल (Rajendra Agarwal) को भी धकिया कर बाहर निकाल दिया. घटना को लेकर जहां जगद्गुरु शंकराचार्य ने आरएसएस पदाधिकारी और भाजपा सांसद पर गंभीर आरोप लगाए हैं तो वहीं बीजेपी सांसद ने भी जगद्गुरु शंकराचार्य के आचरण को एक संत का आचरण ना बताते हुए इसकी कड़ी आलोचना की है.
दरअसल ज्योतिष पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती बुधवार को सम्राट पैलेस स्थित राजराजेश्वरी मंदिर में पहुंचे थे. जहां वह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. इसी दौरान लव जिहाद को लेकर पूछे गए एक सवाल पर जगद्गुरु ने कहा कि वर्तमान समय में बदलते सामाजिक परिवेश के चलते लव जिहाद जैसी घटनाएं हो रही हैं. पुराने समय में बच्चों को शुरू से ही उनके धर्म और समाज की कुरीतियों के विषय में जानकारी देते हुए अपने ही धर्म में शादी करने की बात समझाई जाती थी, लेकिन आज के समय में लड़के और लड़की एक ही कॉलेज में पढ़ते हैं. हर धर्म के युवक-युवती साथ रहते हैं. जिसके चलते प्रेम संबंध बनते हैं और बाद में गैर धर्म में शादियां भी होती हैं.
लव जिहाद के मुद्दे पर हंगामा
जगद्गुरु शंकराचार्य कहा कि भाजपा की ही बात करें तो जहां तमाम भाजपाई लव जिहाद को लेकर विरोध के ढोल पीटते हैं तो वहीं दूसरी ओर आरएसएस के वरिष्ठ नेता रामलाल की बेटी जब मुस्लिम धर्म के एक युवक से शादी करती है तो खुद पीएम मोदी उसे आशीर्वाद देने जाते हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे हालात में आज के युवा इन शादियों को अपना आदर्श क्यों ना मानें? जब देश का प्रधानमंत्री खुद ऐसे जोड़ों को आशीर्वाद देने जा रहा है.
जगद्गुरु शंकराचार्य ने जब ये बात कही तो वहां आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी विनोद भारती भी मौजूद थे. उन्होंने शंकराचार्य की बात पर विरोध जताते हुए कहा कि आरएसएस पदाधिकारी रामलाल अविवाहित हैं और उनकी कोई बेटी ही नहीं है. जिस पर जगद्गुरु शंकराचार्य ने बताया कि पीएम मोदी रामलाल की भतीजी को आशीर्वाद देने के लिए गए थे और भतीजी भी बेटी के ही समान होती है. इसी बात को लेकर दोनों के बीच गर्मा-गर्मी हो गई. जिसके बाद जगद्गुरु शंकराचार्य के शिष्यों ने आरएसएस पदाधिकारी विनोद भारती को हॉल से बाहर निकाल दिया.