दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से बीएसपी के एक रिटायर्ड कर्मी से 80 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. यह ठगी किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं बल्कि रिटायर्ड कर्मी की पत्नी और साले ने उनसे की है. पीड़ित ने मामले की शिकायत सुपेला थाने में दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया. इसके बाद उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिसके आदेश पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
जानकारी के अनुसार, भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) के रिटायर्ड कर्मी नटराज मुदलियार को रिटायरमेंट के बाद मिले 80 लाख रुपये मिले थे. जिसे साले और बीवी के ने अलग-अलग स्किम में इनवेस्ट करने झांसा दिया. इसके बाद पीड़ित नटराज ने जब अपने पैसों की मांग रखी तो दोनों ने पैसे देने से मना कर दिया. जिसके बाद पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने पीड़ित की शिकायत दर्ज नहीं की. जिसके बाद पीड़ित ने कोर्ट में अपील की. इस केस में कोर्ट के आदेश पर सुपेला पुलिस ने आरोपी लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि सेक्टर 6 निवासी प्रार्थी नटराज मुदलियार 31 अगस्त 2019 को बीएसपी में सिनियर टेक्निशन के पद से रिटायर्ड हुआ. रिटायरमेंट के बाद मिले 80 लाख रुपये को प्रार्थी ने बैंक ऑफ इंडिया की शाखा सुपेला में जमा कराया था. इस ब्रांच में नटराज मुदलियार और उसकी पत्नी राजकुमारी मुदलियार उर्फ मीना का ज्वाइंट खाता था. नटराज की शिकायत के अनुसार उसकी पत्नी और साला गोविन्द स्वामी उसे पैसे को अलग-अलग स्कीमों में निवेश करने का झांसा दिया. उनकी बातों में आकर उसने अलग-अलग चेक पर पत्नी राजकुमारी के हस्ताक्षर लेकर साले गोविंद स्वामी को दे दिए. इस बीच प्रार्थी नटराजन 9 सितंबर 2019 को अपने ज्वाइंट अकाउंट से कुछ पैसे निकालकर अपनी मां के खाते में ट्रांसफर करने के लिए बैंक पहुंचा. बैंक में उसे पता चला कि उसके बैंक खाते में कुछ भी रकम नहीं है.