
रायपुर : देश भाजपा नेता व पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने बयान जारी कर कहा कि बस्तर में भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों की हत्या के मामले में पुलिस महानिर्देशक ने एनआईए को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा कि इसकी जांच एनआईए से कराई जानी चाहिए। दूध का दूध और पानी का पानी अलग होना चाहिए। किसका किससे सम्बन्ध है यह स्पष्ट होना चाहिए। राजेश मूणत ने कहा कि जब एनआईए ने झीरम घाटी की जांच कर रही थी तब उसे एक नाटक कहा जा रहा था। सीएम भूपेश बघेल कहते थे कि झीरम घाटी के सबूत के दस्तावेज हैं। अगर कोई दस्तावेज है तो 4 साल से NIA को क्यों नहीं दिए मुख्यमंत्री ? कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शव के ऊपर राजनीति कर रही है। वह समस्या का समाधान नहीं करना चाहता। बस्तर में बीजेपी नेता लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाते हैं तो उन्हें दबा दिया जाता है।