रायपुर में देह व्यापार का भंडाफोड़, मुख्य आरोपी महिला गिरफ्तार, तीन युवतियां छुड़ाई गईं

रायपुर। राजधानी रायपुर से देह व्यापार से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। काम दिलाने के नाम पर गरीब और मजबूर लड़कियों को फंसाकर उन्हें देह व्यापार में जबरन धकेला जा रहा था। इस पूरे रैकेट का संचालन भाठागांव स्थित एक मकान से किया जा रहा था, जहां पुरानी बस्ती थाना पुलिस ने छापा मारकर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
इस कार्रवाई में पुलिस ने मुख्य आरोपिया रूषा खरे (38 वर्ष) को गिरफ्तार किया है, जो लड़कियों की दलाली कर इस अवैध धंधे को संचालित कर रही थी। रेड के दौरान पुलिस ने मौके से आपत्तिजनक सामग्री और 1500 रुपये नगद जब्त किए हैं।
काम का लालच देकर फंसाया
पूछताछ में पता चला कि रूषा खरे ने सरगुजा, जांजगीर-चांपा और रायगढ़ की रहने वाली तीन महिलाओं को अच्छी नौकरी और आमदनी का झांसा देकर रायपुर बुलाया था। लेकिन यहां आने के बाद उन्हें देह व्यापार में जबरदस्ती धकेल दिया गया।
पुलिस को मुखबिर से मिली थी सूचना
31 मई को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि इटालिया हाउस नामक स्थान में अनैतिक गतिविधियां चल रही हैं। सूचना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर तत्काल टीम गठित कर पांईटर की मदद से छापेमारी की गई। कार्रवाई में रूषा खरे पति धनउ खरे, निवासी अंबेडकर नगर, पेंड्रावन (जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़) को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
रेस्क्यू की गईं महिलाएं
मौके से धनेश्वरी मरकाम (सरगुजा), बिंदिया सिधार (जांजगीर-चांपा) और सीताबाई बरेठ (रायगढ़) नाम की तीन महिलाओं को भी रेस्क्यू किया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्हें जबरन इस धंधे में शामिल किया गया।
केस दर्ज, आरोपिया न्यायिक हिरासत में
पुलिस ने आरोपिया के खिलाफ अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम 1956 की धारा 4, 5 और 7 के तहत मामला दर्ज किया है। उसे गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
कार्रवाई में इन अफसरों की अहम भूमिका
इस ऑपरेशन में सीएसपी राजेश देवांगन, निरीक्षक योगेश कश्यप, उपनिरीक्षक शिशुपाल चंद्रवंशी, महिला प्रधान आरक्षक योगिता मिश्रा, महिला आरक्षक कावेरी चक्रवर्ती, आरक्षक नरेश क्षत्रिय, भुनेश्वर ठाकुर, अनिल चंद्राकर, सुनील शुक्ला, जितेंद्र साहू और कमलेश मांडवी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।