रायगढ़ : भाजपा मंडल अध्यक्ष के नामों की घोषणा के बाद जिला भाजपाध्यक्ष के लिए सरगर्मियां शुरू हो गई है और इस माह के अंत तक जिला भाजपा के अध्यक्ष का चुनाव हो जाने की पूरी संभावना दिखाई दे रही है इस सिलसिले में चुनाव अधिकारी धर्मजीत कौशिक का आज रायगढ़ आगमन हो रहा है जोकि जिला भाजपाध्यक्ष के लिए कार्यकर्ताओं नेताओं ,पदाधिकारियों से बातचीत कर उनकी भावनाओं से अवगत होंगे । भाजपा का जिलाध्यक्ष कोई भी बने लेकिन इसमें संघ की महत्वपूर्ण भूमिका होगी ,इसके साथ ही भाजपा की जो रणनीति दिखाई दे रही है उससे यह साफ झलकता है कि भाजपा भविष्य की राजनीति के हिसाब से ही रायगढ़ जिला भाजपाध्यक्ष बनाएगी ।
रायगढ़ का जिला भाजपाध्यक्ष बनने के लिए जो आधा दर्जन नाम सामने आ रहे हैं वो सभी भाजपा की राजनीति का दीर्घकालीन अनुभव रखते हैं और समय समय पर संगठन के विभिन्न पदों के साथ साथ वर्तमान में भी किसी ना किसी पद पर आसीन हैं । इसलिए भाजपा नेतृत्व के लिए सर्वसम्मत अध्यक्ष का चुनाव करना किसी टेढ़ीखीर से कम नहीं होगा।भाजपाध्यक्ष पद के लिए सभी मजबूत दावेदारों में एक मजबूत युवा चेहरा विकास केडिया का भी उभरा है ।
विकास केडिया की बात करें तो विकास केडिया बहुत कम उम्र में छात्र जीवन से ही भाजपा की विचारधारा और राजनीति से जुड़ गए से संघ के प्राथमिक वर्ग से प्रशिक्षित विकास केडिया सरस्वती शिशु मंदिर में किशोर भारती के अध्यक्ष ,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिलाध्यक्ष ,भाजयूमो के जिलाध्यक्ष ,बजरंग दल के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में भाजपा जिला उपाध्यक्ष हैं ।विकास केडिया भाजपा के सदस्यता अभियान के संयोजक थे और इन्ही के संयोजकत्व में रायगढ़ जिले ने सदस्यता के मामले में पूरे छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक सदस्य बनाकर एक रिकॉर्ड बनाया था जोकि विकास केडिया की सांगठनिक क्षमता का जीता- जागता प्रमाण है ।विकास केडिया की छवि एक हिन्दू वादी नेता के रूप में भी है ,हनुमान चालीसा पाठ से लेकर विभिन्न धार्मिक आयोजनों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।कालांतर में वे धर्मसेना से भी जुड़े रहे हैं ।यह सारी उपलब्धि और अनुभव विकास केडिया को जिला भाजपाध्यक्ष के एक बेहद मजबूत दावेदार के रूप में पेश करता है ।
रायगढ़ जिला भाजपा अध्यक्ष के दावेदार के रूप में जो अन्य दावेदार सामने आ रहे हैं उनमें सुनीति सत्यानन्द राठिया ,अरुणधर दीवान ,विवेक रंजन सिन्हा का नाम भी शामिल है और इनकी दावेदारी भी काफी तगड़ी है इनका भी प्रदीर्घ राजनैतिक अनुभव और पार्टी के प्रति समर्पण ,निष्ठा किसी भी अन्य दावेदारों से कमतर नहीं है ।लेकिन इतना तो तय है कि भाजपा पीछे मुड़ कर नही देखेगी बल्कि आगे की जरूर सोचेगी।