रायगढ़ । यह जिस भव्य इमारत की आप तस्वीर देख रहे हैं यह किसी जमाने में सम्बलपुर रियासत की हाईकोर्ट बिल्डिंग हुआ करती थी । इस भव्य ईमारत का निर्माण राजशाही काल में राजा चक्रधर सिंह द्वारा करवाया गया था ।1929 में इस इमारत की आधार शिला रखी गयी थी और निर्माण पूरा हो जाने पर इसका उद्घाटन टाउन हॉल बिल्डिंग के रूप में 1931 में हुआ था ।शिलान्यास और उद्घाटन अंग्रेजों द्वारा किया गया था ।जब रायगढ़ नगरपालिका का दफ्तर यहां स्थान्तरित हुआ तो इस बिल्डिंग को टाउन हॉल बिल्डिंग के नाम से जाना जाने लगा गया। उस बिल्डिंग में सम्बलपुर रियासत का हाईकोर्ट भी लगा करता था ,जिसके कारण इस बिल्डिंग को हाईकोर्ट बिल्डिंग के नाम से भी जाना जाता था ।रायगढ़ की इस इमारत जैसी भव्य टाउन हॉल बिल्डिंग शायद ही पूरे छत्तीसगढ़ में दूसरी हो?
इस बिल्डिंग में मेरी याददाश्त के अनुसार तोड़ाराम जोगी ,श्री धर आठले ,भानुप्रताप सिंह ,रामकुमार वकील ,मातूराम अग्रवाल ,दिनेश जायसवाल ,महाबीर अग्रवाल ,शीला तिवारी ,सीताबाई कर्मोकार जैसी शख्सियत नगरपालिका के अध्यक्ष पद की कुर्सी को सुशोभित कर चुके हैं।नगर पालिका में जनता द्वारा चुनी गई परिषद के ना रहने पर शासन द्वारा अलग -अलग समय पर प्रशासक नियुक्त किये गए थे । जब रायगढ़ नगरपालिका का दर्जा बढ़ाकर इसे नगरनिगम बनाया गया तो कांग्रेस के जेठूराम मनहर प्रथम महापौर बने ,भाजपा के महेंद्र चोहथा दूसरे महापौर बने , तीसरा महापौर निर्दलीय मधुबाई बनी ।जबकि चौथा महापौर कांग्रेस की श्री मती जानकी काटजू चुनी गई । रायगढ़ नगरपालिका का इतिहास टटोले जाने पर मुझे जो जानकारी मिल पाई उसके अनुसार 1901 में रायगढ़ रियासत द्वारा रायगढ़ में नगरपालिका की शुरुआत की गई थी और विधानचंद्र वर्मा को प्रशासक नियुक्त किया गया था