रायगढ़। पूर्वांचल भोजपुरी समाज रायगढ़ द्वारा संचालित ‘मां अन्नपूर्णा रसोई’ के निःशुल्क भोजन वितरण अभियान ने न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई है। अमेरिका में रह रहे दंपत्ति कामिनी झा और पंकज चौधरी, उनके पुत्र समर्थ चौधरी ने इस नेक पहल को आगे बढ़ाते हुए रायगढ़ के मातृ शिशु अस्पताल में मरीजों के परिजनों के लिए निःशुल्क भोजन वितरण कराया।
इस विशेष आयोजन के दौरान, कामिनी झा के माता-पिता बीना झा और नवीन चंद्र झा तथा उनके भाई विवेक झा ने अस्पताल में भोजन वितरण की जिम्मेदारी निभाई। यह अनूठी पहल सामाजिक सहयोग और मानवता की मिसाल बनी, जिसमें अमेरिका से भेजे गए आर्थिक सहयोग को स्थानीय स्तर पर सही दिशा में उपयोग किया गया।
‘मां अन्नपूर्णा रसोई’ ने न केवल रायगढ़ में सामाजिक सेवा का एक नया अध्याय लिखा है, बल्कि अमेरिका में रह रहे भारतीयों को भी प्रेरित किया है। कामिनी झा और उनके परिवार द्वारा की गई यह पहल एक सशक्त संदेश देती है कि दूरी भले ही कितनी भी हो, अपनी जड़ों और समाज के प्रति कर्तव्य को कभी नहीं भुलाया जा सकता।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग से मिली प्रेरणा
कामिनी झा और पंकज चौधरी और उनके पुत्र समर्थ चौधरी अमेरिका में रहकर भी अपने देश और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उन्होंने रायगढ़ में जरूरतमंदों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया। कामिनी झा ने कहा, “हमारे माता-पिता और भाई ने जिस तरह इस पहल को अपना समर्थन दिया है, उससे हमें गर्व है। मातृभूमि की सेवा के लिए हर संभव योगदान देना हमारी प्राथमिकता है।”
पूर्वांचल भोजपुरी समाज का नेतृत्व
भोजन वितरण कार्यक्रम में पूर्वांचल भोजपुरी समाज रायगढ़ के संरक्षक डॉ. प्रशांत पांडेय और प्रेम नारायण मौर्य की अहम भूमिका रही। उन्होंने बताया कि ‘मां अन्नपूर्णा रसोई’ का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को भोजन उपलब्ध कराना है। इस पहल के जरिए न केवल जरूरतमंदो को निःशुल्क भोजन वितरण किया जा रहा है बल्कि समाज में समानता और सेवा भाव को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
समारोह में विशिष्ट व्यक्तियों की उपस्थिति
भोजन वितरण कार्यक्रम में रायगढ़ के सामाजिक और प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भाग लिया। इनमें बीना झा, नवीन चंद्र झा, विवेक झा, घनश्याम सिंह, संजय मिश्रा और बिहारी लाल खत्री प्रमुख रूप से शामिल रहे। सभी ने एक सुर में इस पहल की सराहना की और इसे जारी रखने का आह्वान किया।
मरीजों के परिजनों की खुशी
मातृ शिशु अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों के परिजनों ने इस सेवा के लिए पूर्वांचल भोजपुरी समाज और कामिनी झा के परिवार का आभार प्रकट किया। एक परिजन ने कहा, “इस कठिन समय में यह भोजन हमारे लिए वरदान है। हम इस सेवा के लिए दिल से आभारी हैं।”
‘मां अन्नपूर्णा रसोई’: सेवा का प्रतीक
पूर्वांचल भोजपुरी समाज रायगढ़ की ‘मां अन्नपूर्णा रसोई’ अब तक हजारों लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध करा चुकी है। यह रसोई जरूरतमंदों के लिए एक आस बन चुकी है, जहां समाज के हर वर्ग के लोग बिना किसी भेदभाव के सेवा का लाभ उठा सकते हैं।
आगे की योजना
डॉ. प्रशांत पांडेय ने बताया कि इस पहल को और अधिक व्यापक बनाने के लिए समाज के अन्य सदस्यों और अंतरराष्ट्रीय सहयोगकर्ताओं से भी संपर्क किया जाएगा। “हमारा लक्ष्य इस सेवा को शहर के अन्य हिस्सों तक पहुंचाना है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके,” ।