रायगढ़ । शहर में एक बार फिर डेंगू ने तगड़े से दस्तक दे दी है, रेल्वे स्टेशन के पास बोधनगली से बंगालीपारा इलाक़े में एडीज़ मच्छरों की तादाद बढ़ने की ख़बर है। यह ख़बर इसलिए भी प्रमाणित लगती है क्योंकि दो दिनों के भीतर एक ही घर में तीन लोगों को डेंगू के मच्छर ने अपना शिकार बनाया है। डेंगू से ग्रसित इन सभी का ईलाज अशर्फ़ी देवी चिकित्सालय में भेषज विशेषज्ञ डाक्टर रूपेन्द्र पटेल की देखरेख में चल रहा है, हालांकि तीनों मरीज़ों में डेंगू के पर्याप्त लक्षण हैं और बुखार के समय शरीर का तापमान भी 103 डिग्री के आसपास दर्ज़ किया जा रहा है, बावजूद इसके उपचाररत तीनों मरीज़ों की स्थिति नियंत्रण में है।
यहां बताना ज़रूरी है कि पथिक होटल के पीछे नाले की नियमित सफ़ाई ना होने के कारण डेंगू के मच्छरों ने अपना मुफ़ीद ठिकाना बना लिया है, इसके अलावा बोधनगली बंगालीपारा क्षेत्र की गलियों में भी नियमित सफ़ाई का अभाव देखा जाता है, नालियों में पानी का जमाव भी डेंगू के विस्तार की वजह बन सकता है। लिहाज़ा इन हालातों में नगर निगम प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को डेंगू की रोकथाम के लिए संवेदनशील होने की ज़रूरत है। इस क्षेत्र में मच्छररोधी दवा का छिड़काव और फ़ागिंग तो दो चार दिनों तक नियमित कराया जाना ज़रूरी हो गया है, लेकिन सवाल तो यही है कि मानव स्वास्थ्य के लिहाज़ से इस विषम परिस्थिति को ज़िम्मेदार और जवाबदार लोग कितनी गंभीरता से लेते हैं।