फर्जी कॉल सेंटर पर छापा, साइबर ठगी को अंजाम देने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 2 महिलाओं समेत 9 आरोपी गिरफ्तार

दुर्ग : छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने भिलाई के चौहान टाउन में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारकर बड़े ऑनलाइन ठग गिरोह का खुलासा किया है. इस कॉल सेंटर के माध्यम से दिल्ली और फरीदाबाद के शातिर अपराधी अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी को अंजाम दे रहे थे. आरोपी फर्जी ई-सिम और वायरस लिंक के जरिए अमेरिका के लोगों के कंप्यूटर और मोबाइल में वायरस भेजते थे. फिर उसे हटाने के नाम पर 80 से 200 डॉलर वसूलते थे. यह राशि यूएसडीटी और क्रिप्टो करेंसी के रूप में ई-वॉलेट में ट्रांसफर करवाई जाती थी. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में 2 महिलाओं समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है.
शनिवार को भी पुलिस ने दबिश दी थी
एक दिन पहले यानी शनिवार को भी मुखबिर की सूचना पर सुपेला थाना और स्मृति नगर चौकी पुलिस की संयुक्त टीम ने नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर के नेतृत्व में बी/2 चौहान टाउन स्थित मकान में दबिश दी थी. मौके से 2 महिलाएं समेत 9 लोग पकड़े गए. जबकि मुख्य सरगना अर्जुन शर्मा होटल बेल से गिरफ्तार हुआ. गिरफ्तार आरोपियों में संतोष थापा, पियाली देव, रिया राय, विशाल कर, विवेक देव, मुकेश चंद्रनाथ, अमित सिंह, अनिस आर्यन और अर्जुन शर्मा शामिल हैं. पूछताछ में इन सभी ने सम्यक और हर्ष अवस्थी के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी की बात कबूली है.
ढाई लाख की नगदी समेत 13 लाख का सामान जब्त
एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि साइबर ठगी के लिए टेलीग्राम के माध्यम से पीड़ित से संपर्क किया जाता था और भुगतान के लिए सम्यक द्वारा उपलब्ध कराए गए. क्रिप्टो ई-वॉलेट का उपयोग किया जाता था. सम्यक ठगी की रकम में से 15-20 प्रतिशत कमीशन रखकर शेष राशि हवाला के माध्यम से अर्जुन शर्मा तक पहुंचाता था. जो अपने साथियों को 25 से 30 हजार रुपये मासिक वेतन देता था. पुलिस ने आरोपियों से 12 लैपटॉप, 14 मोबाइल, 3 वाई-फाई राउटर, दस्तावेज, एक्टिवा स्कूटर और 2.55 लाख रुपये नकद समेत कुल 13 लाख रुपये का सामान जब्त किया है. आरोपियों पर टीआई एक्ट और बीएनएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.