उत्तराखंड में नहीं चलेगा थूक जिहाद… खाने-पीने की चीजों में ‘पेशाब-थूक’ पर भड़के पुष्कर धामी

Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में धर्मांतरण, अतिक्रमण, भूमि जिहाद और थूक जिहाद नहीं चलेगा और इसे रोकने के लिए उन्होंने समाज के पढ़े-लिखे वर्ग से आगे आने का आह्वान किया।

Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में धर्मांतरण, अतिक्रमण, भूमि जिहाद और थूक जिहाद नहीं चलेगा और इसे रोकने के लिए उन्होंने समाज के पढ़े-लिखे वर्ग से आगे आने का आह्वान किया। उधमसिंह नगर जिले के किच्छा में नागरिक अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है, जहां सब मिल-जुलकर रहते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के अंदर धर्मांतरण नहीं चलेगा, अतिक्रमण नहीं चलेगा, लैंड (भूमि) जिहाद नहीं चलेगा। उत्तराखंड में कुछ लोग थूक जिहाद कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश के अंदर थूक जिहाद नहीं चलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के अंदर खराब चीजों को रोकने के लिए पढ़े—लिखे लोगों को आगे आना चाहिए। जो गलत चीज है, वह बर्दाश्त नहीं होगी। उत्तराखंड में यह किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। हाल में पर्यटक नगरी मसूरी में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली के निवासी दो भाई नौशाद अली और हसन अली को चाय के बर्तन में थूकने और उस चाय को ग्राहकों को पिलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार कठोर, लेकिन जरूरी निर्णय ले रही है। उन्होंने सख्त नकल विरोधी कानून, दंगा विरोधी कानून आदि का जिक्र किया तथा कहा कि जल्द ही प्रदेश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) भी लागू होने जा रही है।

उन्होंने कहा कि यूसीसी के लिए उत्तराखंड की जनता ने उनकी सरकार को जनादेश दिया था और स्वतंत्र भारत में यूसीसी लागू करने वाला यह पहला राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि सख्त नकल कानून लाने के बाद उनकी सरकार पिछले तीन साल में युवाओं को 17,000 से ज्यादा सरकारी नौकरियां दे चुकी है। धामी ने कहा कि अब उनकी सरकार सख्त भूमि कानून बनाने वाली है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह पहले ही साफ कर चुके हैं कि हम यहां उद्योग, पर्यटन और निवेश करने वालों को कोई दिक्कत नहीं होने देंगे जिनके यहां काम करने से लोगों को रोजगार मिलगा।

हालांकि, उन्होंने कहा कि हम भूमाफिया और उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जिन्होंने किसी प्रयोजन के लिए भूमि को खरीदा, भूमि बैंक बना लिया लेकिन उस प्रयोजन के लिए उसका उपयोग नहीं किया।उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें हम किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं।’’

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