नईदिल्ली। भारत बनाम इंडिया को लेकर छिड़े सियासी दंगल के बीच एक नई जानकारी सामने आई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले महीने साउथ अफ्रीका और ग्रीस के दौरे पर गए थे. प्रधानमंत्री ने साउथ अफ्रीका में ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लिया था और उसमें भी प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत ही लिखा गया था. यही नहीं, पीएम मोदी के आगामी इंडोनेशिया दौरे का एक बुकलेट जारी किया गया है. इसे पीएम की टीम ने छपवाए हैं. उसमें भी प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत लिखा है. बता दें कि प्रधानमंत्री कार्यालय एक बुकलेट छपवाती है, जिसमें दौरे को लेकर प्रधानमंत्री का पूरा शेड्यूल होता है.
भारत बनाम इंडिया बहस की शुरुआत जी20 के मेहमानों के लिए राष्ट्रपति भवन से जारी एक निमंत्रण पत्र के बाद हुई. इसमें प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है. राष्ट्रपति की तरफ से 9 सितंबर की शाम G20 डिनर में शामिल होने के लिए मेहमानों को निमंत्रण भेजा गया.
निमंत्रण पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा था. अब से पहले तक प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया लिखा होता था. जैसे ही प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा निमंत्रण पत्र सामने आया राजनीति चरम पर पहुंच गई. विपक्ष ने इसे मुद्दा बना दिया. सरकार भी खुलकर मैदान में आ गई. विपक्ष ने कहा सरकार अलायंस के INDIA नाम से डर गई है तो बीजेपी ने कहा कि अंग्रेजों का नाम छोड़िए भारतीय नाम बोलिए.
नाम को लेकर बहस नई नहीं है
नाम को लेकर ऐसी ही एक बहस 74 साल पहले भी हुई थी. 74 साल पहले 18 सितंबर 1949 को संविधान में India That Is Bharat… या Bharat That Is India लिखे जाने को लेकर संविधान सभा में गरमा-गरम बहस हुई. ये भी
दिलचस्प संयोग है कि 74 साल बाद 18 सितंबर को संसद का विशेष सत्र शुरू होने वाला है इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या विशेष सत्र में इंडिया और भारत को लेकर कोई बड़ा कदम उठाया जाएगा.