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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के छात्रों से किया आज परीक्षा पर चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (27 जनवरी) परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के जरिए 38 लाख छात्रों से की बातचीत। परीक्षा के तनाव से बचने के लिए पीएम मोदी ने बच्चों को दिया गुरु मंत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “परीक्षा पर चर्चा” भी मेरी परीक्षा है और देश के करोड़ों छात्र मेरी परीक्षा ले रहे हैं। मुझे यह परीक्षा देने में मजा आता है। परिवारों में अपने बच्चों से उम्मीदें होना स्वाभाविक है, लेकिन अगर बात सिर्फ सामाजिक स्थिति को बनाए रखने की हो तो यह खतरनाक है।

राजनीति में भी दबाव होता है

पीएम मोदी ने कहा कि आपकी तरह हम भी अपने राजनीतिक जीवन में इस तरह के दबाव का सामना करते हैं।  चुनाव के नतीजे कितने भी अच्छे क्यों न हों, हमेशा और अच्छे नतीजों की उम्मीद की जाती है। चिंता न करें, बस तनावमुक्त और खुशमिजाज होकर अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करें। लेकिन क्या हमें इस दबाव के आगे नहीं झुकना चाहिए? इसी तरह अगर आप खुद को अपनी गतिविधि में समर्पित कर दें तो आप भी ऐसे संकट से बाहर निकल जाएंगे।

अपने लक्ष्यों की पहचान करें

पीएम मोदी ने कहा कि अपने अंदर झांको और आत्मनिरीक्षण करो! आपको अपनी क्षमता, अपनी आकांक्षाओं, अपने लक्ष्यों को पहचानना होगा। और फिर उन्हें उन अपेक्षाओं के साथ संरेखित करने का प्रयास करें जो अन्य लोग आपसे करते हैं।

टाइम मैनेजमेंट सीखना जरूरी है

उन्होंने कहा कि केवल परीक्षा में ही नहीं बल्कि जीवन में भी हमें समय प्रबंधन के प्रति जागरूक रहना चाहिए। समय पर काम नहीं होने के कारण काम बढ़ जाता है। काम से कभी थकान नहीं होती, काम से संतुष्टि मिलती है। काम न करने से थकन होती हैं की इतना कामअभी और बाकी है।

 नक़ल से जीवन का निर्माण नहीं हो सकता

पीएम मोदी ने कहा कि मेहनतकश बच्चों को चिंता होती है कि मैं मेहनत कर रहा हूं और कुछ लोग चोरी कर अपना काम कर रहे हैं।  मूल्यों में यह बदलाव समाज के लिए खतरनाक है। अब जीवन बदल गया है, दुनिया बदल गई है। आज हर कदम को परखा जाना चाहिए। नक़ल करने से जीवन का निर्माण नहीं हो सकता है।

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