वक्फ बिल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस : डॉ. जितेंद्र सिंह बोले – छत्तीसगढ़ में ही 500 करोड़ रुपए की फर्जी रजिस्ट्री उजागर हुई है

रायपुर। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गुरुवार 1 मई को वक्फ संशोधन बिल को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उनके साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी मंच पर मौजूद रहे। डॉ. सिंह ने स्पष्ट किया कि, वक्फ संशोधन बिल मुसलमानों के हक और भलाई के लिए लाया गया है। लेकिन कुछ लोग इसमें निजी स्वार्थ और भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, वक्फ का असली मतलब होता है समर्पण, लेकिन विडंबना यह रही कि कुछ लोगों ने इसे निजी लाभ का साधन बना लिया। उन्होंने यह भी बताया कि, देशभर में लगभग 70 प्रतिशत वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जा है और कई स्थानों पर इन संपत्तियों का उपयोग मॉल और होटल बनाने जैसे कार्यों में हुआ है।
गरीब मुसलमानों तक पहुंचेगा लाभ
डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता गरीबों का विकास है और वक्फ संशोधन बिल इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि, यह बिल मुस्लिम वंचित समुदाय के हित में है, जिससे वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग हो सकेगा और पारदर्शिता व जवाबदेही तय की जा सकेगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि, देश में करीब 33 प्रतिशत मुसलमान गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे में यह बिल उन तक लाभ पहुंचाने का माध्यम बनेगा।
500 करोड़ रुपए की फर्जी रजिस्ट्री का मामला आया सामने
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि UPA सरकार के कार्यकाल में कई फैसले हड़बड़ी में लिए गए, जिससे वक्फ प्रबंधन में पारदर्शिता का अभाव रहा। उन्होंने कहा कि, आज की सरकार जवाबदेही तय कर रही है और छत्तीसगढ़ में ही हाल ही में 500 करोड़ रुपए की फर्जी रजिस्ट्री का मामला सामने आया है। डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि दुष्प्रचार और गुमराह करने की कोशिशों का जवाब अब सच्चाई से दिया जाएगा। उन्होंने दोहराया कि, यह अभियान लोगों को वास्तविकता बताने के लिए है और हकीकत यही है कि, यह अधिनियम मुसलमानों की भलाई के लिए है।