रायपुर। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ की शुरुआत हो जाएगी। 12 वर्ष बाद लगने वाले इस महाकुंभ के आयोजन के लिए हर स्तर पर भव्य तैयारी की जा रही हैं। जहां देश-विदेश से 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना बताई जा रही है तो वहीं अभी तक प्रयागराज के लिए जोन से लगभग 60 हजार से अधिक लोगों ने बुकिंग करा ली है, जिसमें प्रतिदिन लोग 800 से हजार की संख्या में लोग छत्तीसगढ़ से महाकुंभ में शामिल होंगे। पहले दिन के लिए 12 जनवरी को बुकिंग काफी है। बरौनी एक्सप्रेस और सारनाथ में केवल रायपुर से ही एक हजार से अधिक लोग प्रयागराज जा रहे हैं। दुर्ग से भी बुकिंग 100 से अधिक बताई जा रही है। उसलापुर से भी यह बुकिंग 200 से अधिक है।
छत्तीसगढ़ समेत मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से पहुंचे अधिक श्रद्धालु
बीते दिनों उत्तरप्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुनील कुमार शर्मा, राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड कुंभ का न्योता लेकर आए थे। इस दौरान उन्होंने बताया था कि रेल प्रशासन के आकलन के अनुसार मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात और महाराष्ट्र से करोड़ों श्रद्धालु पहुंचेंगे। इन सभी का भार प्रयागराज के 9 रेलवे स्टेशनों पर रहेगा, क्योंकि रेलवे इस दौरान देशभर से महाकुंभ के लिए 1300 से ज्यादा विशेष ट्रेनों का संचालन करेगा।
महाकुंभ में आईआरसीटीसी की टेंट सिटी की बढ़ी बुकिंग
महाकुंभ में पहले दिन के लिए ज्यादातर होटल पैक बताए जा रहे हैं, जिसके बाद अब लोग आईआरसीटीसी की टेंट सिटी की बुकिंग करा रहे हैं। पहली बार आईआरसीटीसी महाकुंभ क्षेत्र में यात्रियों के रहने के लिए डीलक्स लग्जरी टेंट की सुविधाएं उपलब्ध कराने जा रहा है। जो यात्री प्रयागराज की यात्रा करेंगे, वे अपने यात्रा पैकेज के साथ टेंट सिटी की भी बुकिंग करा सकेंगे।
ऐसा होगा प्लेटफार्म का सिस्टम
जिन जिन राज्यों की ट्रेन प्लेटफार्म पर खड़ी रहेंगी, उन यात्रियों को होल्डिंग एरिया से प्लेटफार्म के लिए रवाना किया जाएगा। इससे भगदड़ की संभावना खत्म रहेगी। दरअसल यह प्रयोग इस साल दिवाली और छठ की भीड़ कंट्रोल करने के लिए राजधानी दिल्ली समेत देश के कई बड़े स्टेशनों पर किया गया था। इसी मॉडल को अब प्रयागराज जंक्शन पर उत्तर मध्य रेल प्रशासन द्वारा अपनाया जाएगा। कुंभ में करोड़ों यात्रियों के आने की संभावना है। इसके मद्देनजर हमने स्थानीय लोकल यात्रियों के लिए कलर कोडिंग की व्यवस्था की है, जिससे उनको आइडेंटिफाई करेंगे। जबकि बाहर से रिजर्व यात्रियों के लिए सभी स्टेशनों के सभी दिशाएं आवागमन के लिए उपलब्ध रहेंगी। इसके लिए रेलवे से जुड़े तमाम इंफ्रास्ट्रक्चर अब दुरुस्त किए गए हैं।