रायपुर : लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है। दल-बदल रहे कांग्रेस नेताओं को लेकर पार्टी बेहद चिंतित है। कार्यकर्ता से लेकर पूर्व विधायक व पदाधिकारी भाजपा में शामिल हो रहे हैं। पार्टी के बिखराव की स्थिति को संभालने को लेकर कांग्रेस में मंथन भी तेज हो गया है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने शीर्ष नेताओं को जिम्मेदारी दी है कि वह अपने पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के असंतोष को कम करने के लिए उनकी काउंसिलिंग करें, उनकी नाराजगी को दूर करें और उनके साथ समन्वय बनाएं। कांग्रेस नेताओं के दल-बदल की बढ़ती संख्या के बाद नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास सीधे भाजपा पर दबाव बनाकर पार्टी में शामिल कराने का आरोप लगा चुके हैं। महंत कह चुके हैं कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए यह व्यवस्था ठीक नहीं है।
कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भाजपा में हुए शामिल
विधानसभा चुनाव से लेकर अब तक कुछ ही महीने के भीतर ही कांग्रेस के कई दिग्गज नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। दावा है कि पार्टी के पदाधिकारी समेत दो हजार से अधिक कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इनमें अकलतरा से पूर्व कांग्रेस विधायक चुन्नीलाल साहू नौ मार्च को भाजपा में शामिल हुए। इसके पहले अंतागढ़ के पूर्व कांग्रेस विधायक मंतूराम राम पवार भाजपा में शामिल हुए। 18 मार्च को बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक केशव चंद्रा भाजपा में शामिल हो गए।
विधानसभा चुनाव के दौरान ही सामरी कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें भाजपा ने सरगुजा से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) (जकांछ) पार्टी के पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा, पूर्व विधायक विधान मिश्रा जो कि प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी की कैबिनेट में उद्योग मंत्री रह चुके हैं। विधान मिश्रा भी पहले कांग्रेस में थे, फिर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) में चले गए थे।
भिलाई में दो दिन पहले 150 कांग्रेसियों ने भाजपा का हाथ थामा है। राजिम से 1600 कांग्रेस कार्यकर्ता और कोरबा से 1200 से ज्यादा कांग्रेसियों ने भाजपा की सदस्यता ली थी। भाजपा से कांग्रेस में गए नंद कुमार साय ने भी कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है। शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व मंत्री डा. हरिदास भारद्वाज और सरायपाली राज परिवार के लीनेन्द्र बहादुर सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ता ने भाजपा का दामन थामा है।
कार्यकर्ताओं को घबराने की जरूरत नहीं
छत्तीसगढ़ नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत ने कहा, हम अपने कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क साध रहे हैं, उन्हें बताया जा रहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है। पार्टी अपने कार्यकर्ताओं, शीर्ष नेताओं के साथ खड़ी है। इस चुनाव में हमने राष्ट्रीय स्तर पर जो मुद्दे हैं उसे ही जनता के बीच लाने का निर्णय लिया है। पार्टी जल्द ही अपना घोषणा पत्र भी जारी करेगी।