कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठे कांग्रेसियों को उठा ले गई पुलिस, FIR दर्ज कर थाने में किया बंद
आदिवासी समाज के लोगों को धमकाने और फायरिंग मामले में कांग्रेसियों ने कलेक्टर-एसपी से मुलाकात की.
श्योपुर। आदिवासी समाज के लोगों को धमकाने और फायरिंग मामले में कांग्रेसियों ने कलेक्टर-एसपी से मुलाकात की. इसके बाद भी कोई हल नहीं निकला तो कांग्रेसी पुलिस-प्रशासन के खिलाफ कलेक्ट्रेट के गेट पर धरने पर बैठ गए. जिन्हें पुलिस ने बल पूर्वक हटाया दिया है. सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कोतवाली थाने में बंद कर दिया गया है. बता दें कि कल बुधवार को विजयपुर और बुधनी में उपचुनाव को लेकर मतदान होना है.
जानकारी के मुताबिक, सोमवार की रात तीन से चार बाइक पर सवार होकर आए 8 से 9 हथियारधारी बदमाशों ने आदिवासी समाज के ग्रामीणों से पहले आधारकार्ड और मतदाता पर्ची देने को कहा. जब ग्रामीणों ने कहा कि अगर आधार कार्ड और पर्ची तुम्हें दे देंगे तो वोट कैसे डालेंगे. इसके बाद आरोपियों ने लाठी डंडों से आदिवासियों के साथ मारपीट शुरू कर दी. ग्रामीणों ने विरोध किया तो वह बंदूकों से अंधाधुंध फायरिंग कर वहां से भागने लगे. तभी एक आरोपी को ग्रामीणों ने बंदूक के साथ पकड़ लिया और पिटाई के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया.
इस फायरिंग में प्रकाश और हरविलास आदिवासी नाम के दो लोगों को गोली के छर्रे लगे हैं. जबकि एक महिला सहित 8 लोग घायल हुए हैं. दोनों को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया है. घटना की सूचना मिलते ही कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा मौके पर पहुंचे. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी रामनिवास रावत पर आदिवासियों को वोट डालने से रोकने के लिए बदमाश भेजने के आरोप लगाए है और पुलिस प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है.