पुलिस ने 12 घंटे में सुलझाया दोहरा हत्याकांड : प्रेम-प्रसंग बनी माँ-बेटे की मौत की वजह, हत्या के आरोप में प्रेमी सहित 2 गिरफ्तार

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में अमलेश्वर थाना क्षेत्र में कुएं से मिले महिला और बच्चे के शव की गुत्थी को दुर्ग पुलिस ने मात्र 12 घंटे में सुलझा लिया है। यह मामला न सिर्फ एक खौफनाक दोहरे हत्याकांड का था, बल्कि इसमें एक प्रेम संबंध की काली सच्चाई भी सामने आई, जिसने मां-बेटे की जिंदगी छीन ली।
इस प्रकार है मामले का विवरण
रविवार, 22 जून को सूचना मिलने पर ग्राम खम्हरिया स्थित राधेलाल गायकवाड की बाड़ी में कुएं के अंदर साड़ी में लिपटा हुआ गट्ठा जिसमें से बहुत दुर्गशव आ रही थी। जिसको निकाल कर देखने पर साडी से लिपटी एवं मिट्टी से भरी प्लास्टिक की बोरी के अंदर में अज्ञात बालक उम्र करीबन 08 से 10 वर्ष का शव तथा पास में ही स्थित भगवान दास महिलांग की बाड़ी में कुए के अंदर पानी में लाल रंग की साडी में लिपटा हुआ गट्ठा मिला था। जिसमें पत्थर बंधा हुआ था, जिसके अंदर से प्लास्टिक की बोरी को बाहर निकालकर खोलकर देखने पर अज्ञात महिला का शव मिला। मृतिका महिला के हाथ-पैर बंधे हुये थे। मृतिका महिला की आयु तकरीबन 30 से 35 वर्ष हो सकती है।शव मिलने पर थाना अमलेश्नर में मर्ग कायम किया गया। जिसके पश्चात शव को देखकर अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर साक्ष्य छिपाने हेतु मृतिका एवं मृत बालक की हत्या करने के संदेह से अपराध क्रमांक 70/2025, 103(1), 238(ए) बीएनएस कायम किया गया।
इंस्टाग्राम के माध्यम से हुई थी पहचान
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग के द्वारा पता साजी एवं विवेचना हेतु एसआईटी का गठन किया। ग्रामवासियों और आस- पास के गांवों से मृतिका एवं मृतक बालक के संबंध में पतासाजी की गई। इस दौरान मुखबिर के जरिए सूचना प्राप्त हुआ कि, एक अज्ञात महिला को एक दो बार छत्रपाल सिंगौर के साथ आते जाते देखा गया है। जिसका नाम पता नहीं मालुम तब संदेही छत्रपाल सिंगौर को हिरासत में लेकर पुछताछ करने पर गोल-मोल जवाब देने लगा। फिर छत्रपाल सिंगौर बताया कि, सुनिता चतुर्वेदी उर्फ पल्लवी जो रायपुर में रहती है। जिससे इंस्टाग्राम के माध्यम से परिचय हुआ और पहला मुलाकात महादेव घाट के पास हुआ।
शादी का झांसा देकर बनाता रहा शारीरिक संबंध
इसके बाद में आरोपी छत्रपाल सिंगौर को मृतिका सुनीता चतुर्वेदी ने बताई थी कि, मेरे पति का स्वर्गवास हो गया है और मैं अपने 08 साल के बच्चे के साथ, मां बाप के साथ रायपुर में रहती हूं। तब आरोपी छत्रपाल ने बोला कि, मेरा भी शादी नहीं हुआ है। मैं तुमसे शादी कर लूंगा और बच्चे को रख लूंगा कहकर मृतिका से आए दिन मिलता रहा और शारीरिक संबंध बनाता रहा। मृतिका द्वारा बार-बार शादी करने एवं साथ में रहने के लिए बोलने पर आरोपी द्वारा एक दो महीने बाद बोलकर टालता रहा। इसी बीच आरोपी छत्रपाल का डेढ़ महीने पहले किसी और महिला से शादी कर लिया।
दो अलग-अलग कुएं में फेका माँ और बेटे को
मृतिका बार-बार अपने बच्चे को लेकर छत्रपाल सिंगौर के साथ रहने के लिए दबाव बनाने लगी। तब आरोपी छत्रपाल सिंगौर अपने चचेरे भाई शुभम कुमार सिंगौर को मृतिका से प्रेम प्रसंग के संबंध में एक वर्ष पहले बता चुका था। आरोपी छत्रपाल अपने चचेरे भाई को 18 जून को मिलकर के बताया कि, सुनीता चतुर्वेदी उर्फ पल्लवी मेरे घर आ जाउंगी अपने बच्चे को लेकर के बार- बार बोलती है। जिसे रास्ता से हटाना है तब दोनों भाई मृतिका एवं उसके बच्चे का हत्या करने का योजना बनाकर आरोपी छत्रपाल को रायपुर से मृतिका और उसके 8 साल के बच्चे को अपने इलेक्ट्रीक स्कुटी में बैठाकर अपने गांव ग्राम खम्हरिया लाया। जहां उसका योजना आधार से चचेरा भाई शुभम कुमार गांव में बताए गए स्थान पर मिला। फिर दोनों भाई मिलकर मृतिका एवं उसके बच्चे को खेत में गला दबाकर मारने के बाद दोनों का शव साक्ष्य मिटाने के ‘उद्देशय से अलग-अलग साड़ी में लपेटकर बोरी में डालकर और पत्थर बांधकर अलग-अलग कुंए में डाल दिए। पतासाजी करने पर मृतिका एवं उसके बच्चे का थाना सिविल लाईन रायपुर जिला रायपुर में गुमइंसान क्रमांक 51/2025 गुमशुदा का पूरा नाम सुनीता चतुर्वेदी थाना सिविल लाईन जिला रायपुर में दर्ज होना पाया गया। जिसे मृतिका के परिजन द्वारा मृतिका को पहचाना गया। थाना अमलेश्वर के अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
मामले में इनका रहा विशेष योगदान
इस पूरे कार्यवाही में थाना प्रभारी पाटन अनिल कुमार साहू, एसीसीयू से निरीक्षक प्रमोद कुमार रूसिया, सउनि नरेन्द्र सिंह राजपूत, प्रआर मेघराज चेलक, आरक्षक राजकुमार चंद्रा, अश्वनी यदु, वीरनारायण, विवेक यादव, अजय ढीमर, थाना अमलेश्वर से उप निरी दीनदयाल वर्मा, सउनि मानसिंह सोनवानी, प्रआर मनीष तिवारी, आरक्षक राकेश राजपूत, अजय सिंह, अमित यादव, चितरंजन प्रसाद देवांगन का विशेष योगदान रहा है। गिरफ्तार दो आरोपियों की पहचान छत्रपाल सिंगौर पिता अजेन्द्र सिंगौर उम्र 26 वर्ष और शुभम कुमार सिंगौर पिता विरेन्द्र सिंगौर उम्र 22 वर्ष के रूप में हुई है।