रायपुर। आरंग थाना क्षेत्र में महासमुंद से सटी महानदी के किनारे महुआ से कच्ची शराब बनाने की लंबे अरसे से मिल रही शिकायत के बाद पुलिस ने छापे की कार्रवाई की है। सिरपुर से सटी महानदी किनारे के गांव चिखली में पुलिस ने छापे की कार्रवाई करते हुए दो लाख रुपए से ज्यादा कीमत की डेढ़ क्विंटल से ज्यादा महुआ के साथ डेढ़ हजार लीटर कच्ची शराब जब्त की है। पुलिस के आने की सूचना मिलने पर शराब बनाने वाले कोचिया मौके से फरार हो गए।
पुलिस के अनुसार सरहदी जिला होने की वजह से चिखली में लंबे अरसे से महुआ से कच्ची शराब बनाने की जानकारी मिल रही थी। इसी कड़ी में बुधवार रात को पुलिस की टीम गश्त करते हुए चिखली पहुंची, जहां दूर से चूल्हा जलते दिखाई दिया। इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, तो वहां तीन से चार लोग महुआ से शराब बनाते दिखे। पुलिस को आते देख शराब बनाने वाले लोग अंधेरा का फायदा उठाते हुए मौके से फरार हो गए।
गांव से लेकर शहर तक खपाते थे
पुलिस के मुताबिक महुआ से बनी कच्ची शराब को स्थानीय लोग गांव से लेकर शहर में खपाने का काम करते हैं। पुलिस को जो जानकारी मिली है. उसके मुताबिक महुआ से बनी शराब को पानी पाउच में प्रति पाउच 50 रुपए में बेचने का काम करते हैं। साथ ही पानी की खाली बोतल में दो सौ रुपए प्रति बोतल खपाने का काम करते हैं।
यूरिया डालकर सड़ाते थे
पुलिस ने मौके से डेढ़ क्विंटल महुआ के साथ 70 किलो कच्चा महुआ जब्त किया है। कच्चा महुआ को यूरिया डालकर सड़ाए जाने की पुलिस ने आशंका व्यक्त की है। यूरिया डालकर सड़ाने की वजह महुआ को जल्द सड़ाकर शराब बनाना है। यूरिया डालकर सड़ाए गए महुआ से निर्मित शराब सेवन करने से सेहत पर विपरीत असर पड़ सकता है।
ज्यादातर लोग शराब बनाने का काम करते हैं
पुलिस के अनुसार सिरपुर से सटे चिखली गांव में ज्यादातर लोगों द्वारा महुआ से कच्ची शराब बनाए जाने की जानकारी मिली है। इस बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस क्षेत्र में मुखबिर तंत्र को मजबूत कर शराब बनाने वालों के खिलाफ आने वाले दिनों में कार्रवाई तेज करने की बात कह रही है।