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चाट में गिरी जहरीली छिपकली, फेंकने के बजाय दुकानदार ने खिलाई; 150 लोगों की बिगड़ी तबीयत

धनबाद। झारखंड की लौह नगरी धनबाद जिले के बलियापुर प्रखंड के करमाटांड़ पंचायत के हुचुकटांड़ में लगे भोक्ता मेला के दौरान बुधवार की शाम चाट-गोलगप्पे खाने से 150 से ज्यादा लोगों के फूड प्वाइजनिंग से हुए बीमार मामले में एक बेहद ही चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. दरअसल जिस चार्ट को खाकर 150 से ज्यादा बच्चे बड़े बीमार पड़े थे. उस चार्ट में लोहटन (जहरीली छिपकली का एक प्रजाति ) गिर गई थी. दुकानदार ने महज कुछ पैसों की लालच में उस विषैले चार्ट को फेंकने के बजाय भोक्ता मेला में घूमने आए बच्चों और बड़ों को खिला दिया. चाट खाने से सिर्फ 3 घंटे के अंदर ही सभी लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी और आनन-फानन में सभी को धनबाद के शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया.

भर्ती होने वाले 150 से ज्यादा लोगों में 140 लोगों को छुट्टी दे दी गई है. कुछ लोग अभी भी गंभीर अवस्था में इलाजरत हैं. हालांकि अब तक चाट में विषैले किट लोहटन गिरने की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई. धनबाद उपायुक्त के द्वारा मामले की जांच के लिए 3 सदस्य विशेष कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी को जांच के उपरांत फूड प्वाइजनिंग के कारण और जिम्मेवार आरोपी के संदर्भ में जानकारी देनी है.

चाट गोलगप्पे खाने से हुई 150 लोगों की तबीयत खराब
बता दें कि हुचुकटांड़ शिव मंदिर में लगे चड़क पूजा पिछले सोमवार से ही शुरू हो गई थी. बुधवार को भोक्ता मेले का आयोजन था. इसी दौरान मेले का आयोजन किया गया था. जहां खाने के लिए चाट, गोलगप्पे ,आइसक्रीम और चौमिन की कई दुकानें लगी थीं. इसी दौरान मेले में लगी एक दुकान पर चाट गोलगप्पा खाने के बाद 150 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद पूरे क्षेत्र के साथ-साथ प्रशासनिक महकमा में भी हड़कंप मच गया था.

मेला आयोजन के दौरान गांव के कई बुजुर्गों ने देखा था कि जिस चाट को खाने से लोग बीमार पड़े थे. दरअसल उस चाट के निर्माण के दौरान एक लोहटन गिर गई थी. दुकानदार ने महज कुछ हजार रुपयों की लालच में विषैले चाट को फेंकने के बजाय धोखे से ग्रामीणों को खिला दिया. जिस कारण 150 से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए जिसमें बच्चे, महिलाएं औऱ बुजुर्ग शामिल थे.

सैंपल की जांच के बाद होगी कार्रवाई
ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी के बाद गठित तीन सदस्यीय जांच टीम जिसमें एसडीएम प्रेम तिवारी, सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा और बलियापुर सीईओ रामप्रवेश कुमार शामिल हैं. तीन सदस्य गठित टीम फूड प्वाइजनिंग मामले की जांच में जुट गई है, विषाक्त चाट के सैंपल को कलेक्ट किया जा रहा है. सैंपल जांच के उपरांत जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है. हालांकि ग्रामीणों के द्वारा यह भी सवाल उठाया गया है कि जब बड़े स्तर पर मेले का आयोजन हो रहा था तो वहां जो खाद्य सामग्री बिक रही थी , उसकी गुणवत्ता की जांच जिला प्रशासन के द्वारा क्यों नहीं की गई थी.

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