पापुआ न्यू गिनी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान में जी-7 और क्वाड बैठकों में शामिल होने के बाद रविवार को पापुआ न्यू गिनी पहुंचे। यहां उन्होंने फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स को-ऑपरेशन (एफआईपीआईसी) के तीसरे शिखर सम्मेलन में भाग लिया। बैठक के बाद पीएम मोदी ने प्रशांत क्षेत्र के कई देशों के नेताओं से मुलाकात कर दोस्ती की ओर एक और कदम बढ़ाया है।
एक वैश्विक नेतृत्वकर्ता के तौर पर भारत के इन्हीं कदमों के लिए पपुआ न्यू गिनी और फिजी के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को अपने देश का सर्वोच्च सम्मान- ‘कंपैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ प्रदान किया। दुनिया में अब तक सिर्फ कुछ ही गैर-फिजीवासियों को यह सम्मान दिया गया है।
पापुआ न्यू गिनी ने प्रशांत द्वीप देशों की एकता और ग्लोबल साउथ की अगुआई करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू’ से सम्मानित किया। पपुआ न्यू गिनी के बहुत कम गैर-निवासियों को यह पुरस्कार मिला है।
दूसरी ओर प्रशांत के द्वीप देश रिपब्लिक ऑफ पलाऊ के राष्ट्रपति सुरंगेल एस. व्हिप्स जूनियर ने पीएम मोदी को एबाकल अवॉर्ड से सम्मानित किया। दोनों नेताओं की यह बैठक फिपिक समिट से इतर हुई।
गौरतलब है कि रविवार को सबसे पहले पीएम मोदी एपीईसी हाउस पहुंचे, जहां पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे ने उनका स्वागत किया।
गवर्नर-जनरल सर बॉब डाडे से मिले
वहीं, पीएम मोदी की गवर्नर-जनरल सर बॉब डाडे से भी मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-पापुआ न्यू गिनी संबंधों के बीच विकास साझेदारी के महत्व को रेखांकित किया।
‘थिरुक्कुरल’ पुस्तक के अनुवाद का विमोचन किया
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पापुआ न्यू गिनी में ‘थिरुक्कुरल’ पुस्तक के टोक पिसिन अनुवाद का विमोचन किया। साथ ही उन्होंने एफआईपीआईसी शिखर सम्मेलन से इतर सोलोमन द्वीप के प्रधानमंत्री मनश्शे सोगावारे के साथ शानदार मुलाकात की।