पेरिस ओलिंपिक ओपनिंग सेरेमनी: तिरंगा डिजाइन की साड़ी और कुर्ता-पजामा, भारतीय एथलीट्स का देसी अंदाज

पेरिस। ओलिंपिक खेलों के इतिहास में पहली बार ओपनिंग सेरेमनी किसी स्टेडियम में न होकर नदी में हुई। इस बार नावों में 200 से ज्यादा खिलाड़ियों के डेलिगेशन सवार थे। जी हां, भारतीय समयानुसार रात 11 बजे 26 जुलाई को पेरिस ओलिंपिक्स गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी का पूरा आयोजन शहर की सीन नदी पर हुआ और इसके लिए नदी को खासतौर पर साफ किया गया था। यहां तक कि नदी साफ होने के बाद शहर की मेयर ने इसमें तैराकी करके भी दिखाई थी।

पेरिस की खूबसूरत सीन नदी पर नावों में खिलाड़ियों ने परेड की और परंपरा से हटकर हुए 33वें ओलिंपिक खेलों का रंगारंग उद्घाटन हुआ। भारतीय दल की अगुवाई दो ध्वजवाहकों दो बार की ओलिंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु और टेबल टेनिस दिग्गज अचंत शरत कमल ने की

भारत के 117 खिलाड़ी इन खेलों में भाग ले रहे हैं, जिनमें 47 महिलाएं हैं, लेकिन कई खिलाड़ियों की शनिवार को प्रतिस्पर्धा है इसलिए तैयारियों को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने ओपनिंग सेरेमनी में हिस्सा नहीं लिया।

नावें शहर की ऐतिहासिक इमारतों कैथेड्रल आफ नोत्रे डेम, लावरे म्युजियम और कुछ आयोजन स्थलों से होकर गुजरी। शहर में उद्घाटन समारोह के लिए दो लाख से ज्यादा मुफ्त टिकट दिये गए थे जबकि एक लाख से अधिक टिकट बिके थे।

पेरिस में 1900 और 1924 के बाद तीसरी बार ओलिंपिक हो रहे हैं। आयोजकों ने दावा किया है कि यह खेलों के इतिहास का सबसे बड़ा समारोह था, जिसे तीन लाख से ज्यादा लोग सीन नदी के किनारे और अरबों लोगों ने टीवी पर देखा।

ओलिंपिक उद्घाटन समारोह के लिए दो बार की मेडलिस्ट शटलर पीवी सिंधु और अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत अचंत कमल को ध्वज वाहक बनाया गया था।

ओपनिंग सेरेमनी शुरू होने से पहले खेल गांव में खिलाड़ियों ने जमकर फोटोज क्लिक करवाईं। तस्वीर में तरुणदीप रॉय, दीपिक कुमारी देखी जा सकती हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पेरिस ओलिंपिक में भाग लेने वाले भारतीय दल को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘हर एथलीट भारत का गौरव है। सभी चमकें और खेल भावना की सच्ची भावना को समाहित करें, अपने असाधारण प्रदर्शन से हमें प्रेरित करें।’

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