जो लोग किसी कारणवश एक्वेरियम में मछलियां न रख पाएं, उनके लिए मछलियों का प्रतीक चिन्ह फेंगशुई के अनुसार घर में रखना बेहद कारगर रहता है। धातु के बने मछली को कछुए के साथ घर में रखना बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर से जुड़ी सभी समस्याएं खत्म होने लगती हैं।
फेंगशुई के अनुसार मछली के जोड़े के प्रतीक चिन्ह को घर में लटकाने से घर के सदस्यों के ऊपर आने वाली विपत्तियां टलती हैं एवं घर में धन-संपत्ति के आगमन में निरंतरता बनी रहती है। जिन परिवारों में अकारण तनातनी या क्लेश रहता है, वहां पर अगर बृहस्पतिवार के दिन धातु की सुनहरी मछलियों के जोड़ों का प्रतीक चिन्ह पूर्व-उत्तर दिशा जिसे ईशान कोण कहते हैं, में लटकाया जाए, तो परिवार के सदस्यों में सहनशक्ति में वृद्धि होती है, पारिवारिक झगड़े समाप्त होने लगते हैं। वातावरण में पर्याप्त शांति के लिए मछली के प्रतीक चिन्हों का प्रयोग किया जाता है। मछली अपार सम्पति का सूचक होने के कारण इसके प्रतीक चिन्ह को अनादिकाल से सुख-समृद्धि के प्रतीक के रूप में अंकित किया जाता है। जहां ग्रहों के प्रभाव से घर-कार्यालय में मछलियों के जोड़े के प्रतीक चिन्ह को लटकाने से सौभाग्य में वृद्धि होती है, वहीं वास्तुशास्त्र एवं फेंगशुई के अनुसार मछलियों का जोड़ा घर-कार्यालय की
नकारात्मक उर्जा को सकारात्मक उर्जा में परिवर्तित करता है, फलस्वरूप व्यक्ति की निर्णय क्षमता और मानसिक शक्ति बड़ती है।
घर के सदस्यों को विपत्ति से बचाती है मछली –
जल में रहने वाली मछली का प्रतिरूप आकाश में तारों के माध्यम से मीन राशि के रूप में प्रदर्शित होता है। तारों से मिलकर बनने वाली आकृति दो मछलियों के जोड़ों को दर्शाती है जिसे ज्योतिष शास्त्र में मीन राशि की संज्ञा दी गई है। मीन राशि का नियंत्रण राशि स्वामी के रूप में देवताओं के गुरू बृहस्पति के पास है। देवगुरू बृहस्पति को शुभ ग्रह माना गया है, जिसके प्रभाव से व्यक्ति ज्ञानवान होकर सुख-समृद्धि, मान-सम्मान, समाज में प्रतिष्ठा अर्जित करता है।
शुभता के लिए मछली के जोड़े का प्रतीक चिन्ह बृहस्पतिवार के दिन घर-कार्यालय में टांगा जाए तो यह और भी प्रभावशाली परिणाम प्रदान करता है। वास्तु-फेंगशुई में मछली को खुशहाली से जोड़ा जाता है और यदि यह चिन्ह जोड़े में हो तो और भी अच्छा है। वास्तुशास्त्र के अनुसर मछली के जोड़े प्रतीक चिन्ह को सही दिशा में टांगने से सकारात्मक प्रभाव शीघ्र ही प्राप्त होने लगता है। पूर्व दिशा अथवा उत्तर दिशा अथवा पूर्व और उत्तर के मध्य की दिशा, ईशान कोण में मछली के जोड़ों को लटकाने से घर के सदस्यों का भाग्योदय, दुकान में लटकाने से दुकानदार की आय में वृद्धि होती है एवं कार्यालय में इसका प्रयोग उन्नतिकारक होता है।
धन और मछली का जोड़ा –
धन लक्ष्मी जल की तरह चलायमान है, शास्त्रों में लक्ष्मी को चंचला कहा गया है। मछली जल से जुड़ी होने के कारण एवं भगवान विष्णु के मत्स्य अवतार का स्वरूप होने के कारण धन सम्पति को शीघ्र आकर्षित करती है। मछली का जोड़ा रूके या स्थगित कार्य को पानी के बहाव की तरह पूर्ण करने लगता है। मछली का जीवन जल से है|