सरगुजा: संभाग में एक बार फिर से हाथियों की आमद ने वनांचल के ग्रामीणों के लिए परेशानी कड़ी कर दी हैं। झारखण्ड से छत्तीसगढ़ की सीमा में दाखिल हुए हाथियों के दल ने फिर एक बार खूनी उत्पात मचाया हैं। हाथियों ने एक पहाड़ी कोरवा समेत दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया हैं।
दो-दो मौत से सरगुजा इलाके में हड़कंप मचा हुआ हैं। इनमे पहले मौत उदयपुर वन परिक्षेत्र जबकि दूसरी बतौली वन परिक्षेत्र में देर रात सामने आई हैं। ग्रामीण दहशत में घरों में दुबके हुए हैं। वन विभाग लगातार ग्रामीणों को जागरूक करते हुए सतर्क रहने, जंगलों की तरफ नहीं जाने और रात में घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील कर रहा हैं।
गौरतलब हैं कि वर्तमान में करीब 33 हाथियों का दल झारखंड से सरगुजा पहुंचा है जिसने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। हाथी विशेषज्ञ यह मान रहे हैं कि छत्तीसगढ़ के जंगल और यहां मौजूद हाथियों के लिए भोजन उन्हें अपनी और आकर्षित कर रहा है और यही कारण है कि लगातार हाथी दूसरे राज्यों से छत्तीसगढ़ में अपनी मौजूदगी तो दिखा ही रहे हैं साथ ही साथ अपने कुनबे में भी वृद्धि यहां के स्थानीय बनते जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में करीब 300 हाथियों की मौजूदगी दर्ज की जाती रही है मगर अब दूसरे राज्यों से पहुंचने वाले हाथियों के कारण इनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।