पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने साफ शब्दों में कहा कि मर जाएंगे मगर बीजेपी के साथ अब नहीं जाएंगे। ये पहले वाली बीजेपी नहीं रही। बीजेपी के पुराने नेताओं से भी पूछने पर वह यही जवाब देंगे। मैं अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की बीजेपी से जुड़ा था। हम लोग अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी को मानने वाले लोग हैं। हम उनके साथ थे। उनके बाद हमने बीजेपी को छोड़ दिया था बाद में यह लोग पीछे पड़कर हमें 2017 में आग्रह करके फिर से अपने साथ मिलाया। हालांकि, मुझे फिर लगा कि मैंने यह फैसला गलत कर लिया है।
‘बिहार के लोगों का मन क्या है, बीजेपी को पता चलेगा’
नीतीश कुमार ने कहा कि 2020 में बीजेपी ने हमारे साथ बहुत गलत किया, उसके बाद हम मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे। 2020 में मेरे साथ जबरदस्ती कर इन्होंने मुझे मुख्यमंत्री बनाया। जेडीयू के जो हमारे प्रत्याशी हारे उन्होंने हमें बताया कि किस तरह से बीजेपी ने हमें हरवाया है। बीजेपी ने जो सीटें 2020 में जीती वह हमारे पार्टी के कार्यकर्ताओं के समर्थन के कारण हुआ। आने वाले चुनाव में बीजेपी को पता चलेगा कि क्या कुछ बिहार के लोगों का मन है?
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर बोले सीएम नीतीश
सीएम नीतीश कुमार सोमवार को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर राजधानी पटना में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बापू को कोई कभी भुला नहीं सकता है। सब लोग अब जान रहे हैं कि बाहर कौन क्या कर रहा है हम सब को अलर्ट कर रहे हैं। बिहार में बापू के हर किए काम को नई पीढ़ी तक हम पहुंचा रहे हैं। आजकल जो ऊपर में हैं उन्हें देखा जा सकता है कि वह कौन-कौन तरह के काम कर रहे हैं। आजादी की बात को भुला रहे हैं और दूसरे-दूसरे नामकरण कर रहे हैं।
‘ये देश में एक-एक चीज को बदलने की कोशिश कर रहे’
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के एक-एक चीज को यह लोग बदलने की कोशिश कर रहे हैं। देश की पुराने चीजों का नया नामकरण करने के चक्कर में हैं। क्या मतलब है इन लोगों का आजादी की लड़ाई में इनका जन्म तक नहीं हुआ था। आजादी में जिन लोगों का योगदान है उन्हें बुलाकर कोई बात नहीं होगी। जो पहले था वह एक-एक चीज रहेगा उसे बदल पाना असंभव है। बापू को जो याद नहीं करेंगे वह कुछ नहीं कर पाएंगे।
मर जाना कबूल, उनके साथ जाना कभी कबूल नहीं’
सीएम नीतीश ने इस दौरान बिहार के लोगों से अपील करते हुए कहा कि हिंदू-मुस्लिम का कभी झंझट नहीं होना चाहिए मगर कुछ लोग इस कार्य में लगे हुए हैं। हिंदू-मुस्लिम भाईचारा के पक्षधर थे गांधी जी इसलिए उनकी हत्या हुई। बीजेपी से फिर गठबंधन पर नीतीश कुमार ने दो टूक कहा कि मर जाना कबूल है उनके साथ जाना हमें कभी कबूल नहीं है। मुझे मिलाने की बात जो बीजेपी कर रही है वह एकदम फर्जी बात है।
सुशील मोदी पर भी नीतीश का तगड़ा वार
नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी को लोग बहुत बुरी तरह से चिंतित हैं, इसलिए मेरे खिलाफ अनाप-शनाप बोलते रहते हैं। हम इनकी बातों पर कभी नहीं जवाब देते। बीजेपी को चिंता हो गई है कि बीजेपी को यहां कुछ नहीं मिलेगा, 2024 का चुनाव होने पर जो रिजल्ट आएगा उस समय इन लोगों को सब कुछ पता चल जाएगा। देश में भी हम कोशिश कर रहे हैं और बिहार में तो इनके लिए कोई उम्मीद नहीं। सुशील मोदी का बिना नाम लिए हुए नीतीश कुमार ने कहा जिनको कुछ नहीं बनाया वह आज मेरे खिलाफ बयान दे रहे हैं। वो पद के लालच में कुछ ना कुछ मेरे खिलाफ बोलते रहे हैं। पद मिलने का इंतजार तो है मगर उन्हें बीजेपी पूछ नहीं रही है ना पद दे रही है।