अब थर-थर कांपेंगे भारत के दुश्मन, चीन-पाक मोर्चे पर किलेबंदी को मजबूत करेंगे 156 ‘प्रचंड’

नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना 156 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’ खरीदने जा रही है। प्रचंड को वायुसेना और थलसेना चीन व पाकिस्तान के मोर्चे पर तैनात करेंगी। रक्षा क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ के तहत ये सबसे बड़ी खरीद में से एक होगी। इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के देश को रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों को भी मजबूती मिलेगी। वायुसेना और थलसेना पहले ही अपने बेड़े में 15 प्रचंड हेलीकॉप्टर शामिल कर चुकी हैं और इनका इस्तेमाल कर रहीं हैं।
भारतीय वायुसेना और थल सेना ने सरकार के पास भेजा प्रस्ताव
रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने थलसेना के साथ मिल कर संयुक्त रूप से 156 प्रचंड हेलीकॉप्टर खरीदने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा है। प्रस्ताव को जल्द मंजूरी मिल सकती है।
खतरनाक बनाती हैं ये खूबियां
5.8 टन वजन का ट्विन इंजन हेलीकॉप्टर है प्रचंड
स्टील्थ फीचर, आर्मर्ड प्रोटेक्शन सिस्टम, रात में हमला करने की क्षमता से लैस
एक्सटेंडेड रेंज वाला हर मौसम में काम करने में सक्षम हेलीकॉप्टर
5,000 मीटर की ऊंचाई पर टेक आफ व लैंड करने की क्षमता रखने वाला दुनिया का इकलौता हमलावर हेलीकॉप्टर
एयर टू ग्राउंड और एयर टू एयर मिसाइल फायर करने की क्षमता से लैस
दुश्मन के एयर डिफेंस को ध्वस्त करने में सक्षम
नई एयर टू ग्राउंड मिसाइल से लैस होगा ‘प्रचंड’
पहाड़ों पर या दूसरे इलाकों में बहुत अधिक मजबूत शेल्टर को भी कर सकेगा ध्वस्त
खोज व बचाव अभियान चलाने, दुश्मन के एयर डिफेंस को ध्वस्त करने के अलावा आतंकवादी रोधी अभियान में कारगर मल्टी रोल हेलीकॉप्टर
रेगिस्तानी इलाकों के साथ सियाचिन में भी कारगर
‘प्रचंड’ को भारतीय वायुसेना की जरूरतों के हिसाब से बनाया गया है। ये रेगिस्तानी इलाकों के साथ ही लद्दाख व सियाचिन जैसे अधिक ऊंचे इलाकों में कारगर है। हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड ने इन इलाकों में प्रचंड का गहन ट्रायल किया है। प्रचंड अपनी लड़ाकू क्षमताओं के साथ भारतीय वायुसेना की आक्रामक क्षमताओं को मजबूती देगा।