बेगलुरु। रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में एनआईए को बड़ी सफलता मिली है। एनआईए टीम ने भगोड़े अब्दुल मथीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजिब को कोलकाता के पास उसके ठिकाने का पता लगाकर पकड़ लिया है।
मास्टरमाइंड को किया गया गिरफ्तार
बता दें कि मुसाविर हुसैन शाजिब वह आरोपी है जिसने कैफे में आईईडी रखा था और अब्दुल मथीन ताहा विस्फोट की योजना बनाने वाला शख्स है। उसी ने इस ब्लास्ट को अंजाम देने और उसके बाद भागने के पीछे की योजना बनाई थी।
कई राज्यों की पुलिस ने दिया साथ
आज सुबह ही एनआईए की टीम ने कोलकाता के पास फरार आरोपियों का पता लगाया। टीम को जानकारी मिली थी कि दोनों आरोपी पहचान छिपाकर रह रहे हैं। एनआईए की इस कार्रवाई को केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल की राज्य पुलिस एजेंसियों के बीच समन्वय के साथ किया गया है।
एनआईए ने 10 लाख रुपये का रखा था इनाम
एनआईए ने पहले बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में विस्फोट के संबंध में हमलावर के बारे में जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। एजेंसी ने इस बात पर भी जोर दिया कि सूचना देने वालों की पहचान की गोपनीयता बनाए रखी जाएगी।
एजेंसी ने हमलावर की एक तस्वीर भी जारी की थी, जो बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड क्षेत्र में एक लोकप्रिय कैफे द रामेश्वरम कैफे में एक बैग रखते हुए सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से ली गई थी।
एनआईए की ओर से जारी तस्वीर में हमलावर टोपी, काली पैंट और काले जूते पहने नजर आ रहा था।
आइएसआइ से संबंध का संदेह
केंद्रीय एजेंसी को संदेह है कि इनका संबंध आइएसआइ से भी हो सकता है। बता दें कि इस घटना में 10 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। इधर भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने कहा है कि इससे साफ पता चलता है कि बंगाल आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगार बन गया है।