धान खरीदी की बनेगी नई नीति : खुलेंगे नए धान उपार्जन केंद्र, मिलेगी फाइव स्टार रेटिंग

रायपुर : राज्य की नई धान उपार्जन नीति बनाने के सिलसिले में पिछले दिनों भारत सरकार के खाद्य विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में नई नीति संबंधी दिशा निर्देशों के मद्देनजर एक कार्यशाला भी रखी गई थी। लिहाजा अब बनाई जा रही नीति नई तकनीक व्यवस्था पर आधारित होगी। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार छत्तीसगढ़ में इस समय धान उपार्जन केंद्रों की संख्या 2739 है। लेकिन सरकार का इरादा उपार्जन केंद्रों की संख्या बढ़ाने का है।
माना जा रहा है कि, दूर दराज के इलाके जहां से जा रहा है कि दूर दराज के इलाके जहां से किसानों को अपना धान बेचने के अधिक दूरी तय करनी पड़ती है, उन इलाकों को चिन्हांकित कर नए उपार्जन केंद्र बनाए जाएंगे। इससे किसानों को धान बेचने में सुविधा होगी। इसके साथ ही खरीदे गए धान को राइस मिलर, मार्कफेड के संग्रहण केंद्रों तक पहुँचाने में आसानी होगी। इसके साथ ही धान का निराकरण समय पर हो सकेगा।
उपार्जन केंद्रों की फाइव स्टार रेटिंग
राज्यमें यह पहला अवसर होगा जब धान उपार्जन केंद्रों को फाइव स्टार रेटिंग दी जाएगी। राज्य में मौजूदा 2739 उपार्जन केंद्रों में से 1600 एंट्री लेवल के हैं। इनका उन्नयन किया जाएगा। इसके साथ ही भारत सरकार के निर्देश है कि उपार्जन केंद्रों में बिजली, पानी, पंहुच मार्ग सड़क, सीमेंटीकृत चबूतरा, ड्रेनेज सिस्टम, इंटरनेट की व्यवस्था, किसानों के रुकने की व्यवस्था, सहित आवश्यक 17 प्रकार की व्यवस्था करने कहा गया है। इसके साथ ही उपार्जन केंद्रों की वोडिंग करने के लिए कहा गया है। इसी आधार पर उपार्जन केंद्रों की वोडिंग की जाएगी। कुल मिलाकर धान उपार्जन की नई नीति तैयार होने के बाद इसे शासन की मंजूरी के बाद लागू किया जाएगा।