दंतेवाड़ा : दंतेवाड़ा के बारसूर समिति के कोशलनसर तेंदूपत्ता फड़ में नक्सलियों ने आगजनी की वारदात को अंजाम दिया है। इंद्रावती नदी के पार नक्सलियों ने तेंदूपत्ता फड़ में आगजनी की है, जिसमें 173 बोरा तेंदूपत्ता जला दिए जाने की बात सामने आई है। कोशलनार फड़ में 324 बोरा तेंदूपत्ता रखा हुआ था, जिसमें से 88 बोरा का परिवहन किया जा चुका था।
इससे 53 बोरा तेंदूपत्ता फड़ जलने से बच गया है। आगजनी स्थल पर मौके पर नक्सली पम्पलेट, बैनर भी मिला है जिस पर फड़ में आग लगाने की वजह जनमिलिशिया दल को चंदा नहीं देने की वजह लिखी हुई है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी दंतेवाड़ा में पिछले हफ्ते रोंजे तेंदूपत्ता फड़ में और ट्रक में आग लगी थी। लेकिन मौके पर कोई भी नक्सली बैनर पर्चा नहीं मिला था। ऊपर से गुजरी हाईटेंशन लाइन की वजह से फड़ में आग लगने को लेकर संदेह किया जा रहा था।
बारसूर थाना प्रभारी राजेन्द्र पामभोई ने बताया कि आगजनी की वारदात हुई है। नक्सली पर्चे भी मौके पर मिले हैं। एडिशनल एसपी आरके बर्मन ने बताया आगजनी की खबर मिली है तस्दीक कर रहें हैं।
तेंदूपत्ता ठेकेदारों से नक्सली करते हैं वसूली
तेंदूपत्ता ठेकेदारों से नक्सली वसूली करते हैं, इसकीं पुष्टि भी हो चुकी है। बीते दिनों छत्तीसगढ़ और तेलंगाना बार्डर पर नकुलनार समिति के ठेकेदार को तेलंगाना पुलिस ने जंगल मे नक्सलियों को पैसा देते जाते हुए गिफ्तार भी किया है।
पैसे के साथ साथ ठेकेदार के पास से दवाई व विस्फोटक भी बरामद हुआ है। तेलंगाना पुलिस के द्वारा चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया ह। बारसूर क्षेत्र में इंद्रावती के पार तेंदूपत्ता फड़ में आगजनी भी नक्सलियों की वसूली की ओर ही इशारा करती है।