यूरोपीय देशों में मृत मिलीं 22 महिलाओं के आज तक नहीं पता चले नाम, सालों बाद इंटरपोल ने साझा किए कई सुराग

पेरिस : जर्मनी, बेल्जियम और नीदरलैंड में 43 साल के अंदर 22 महिलाओं के शव मिले, जिनकी आज तक पहचान नहीं हो पाई है। माना जाता है कि इनमें से ज्यादातर महिलाएं हिंसा की शिकार हुई थीं और पुलिस का कहना है कि कुछ महिलाओं की मौत के सिलसिले में दुर्व्यवहार या भुखमरी के सुराग मिले हैं।
वे महिलाएं कौन थीं, यह अभी पता नहीं चल पाया है। जांचकर्ता आज भी पूरी शिद्दत से उनके हत्यारों की तलाश में जुटे हैं।
पुलिस को उम्मीद है कि बुधवार को शुरू किए गए ‘ऑपरेशन आइडेंटिफाई मी’ से उन महिलाओं की पहचान और हत्यारों की तलाश में मदद मिल सकती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंटरपोल ने महिलाओं का नाम पता लगाने के लिए आम लोगों से मदद मांगी है।
फ्रांस के ल्योन में स्थित अंतरराष्ट्रीय पुलिस संस्था ‘इंटरपोल’ ने कुछ महिलाओं तस्वीरें साझा की हैं।
सबसे पुराना अवशेष 1976 में नीदरलैंड में A12 मोटरवे द्वारा पाया गया था, जबकि सबसे हाल ही में अगस्त 2019 में बेल्जियम के एक पार्क में पाया गया था।
कई महिलाओं के शवों से जुड़े निशान मिले
अगर महिलाओं के नामों का पता चल जाता है तो इससे कम से कम पुलिस को एक फायदा तो होगा कि वह जांच के दौरान महिलाओं का जिक्र उनके नाम से कर पाएगी। पुलिस को अभी तक इन महिलाओं की पहचान का जिक्र उनके शवों पर मिले निशानों या कपड़ों से करना पड़ता है। जैसे एक की पहचान “फूल टैटू वाली महिला” के तौर पर की जाती है, तो दूसरी की शिनाख्त “नकली नाखूनों वाली महिला” के तौर पर होती है। या फिर उनके शव जहां से मिले हैं, उस स्थान के तौर पर पहचाना जाता है।
इनमें सबसे पुराना मामला 1976 का है जब एक पार्किंग स्थल से एक लड़की का शव मिला था। इसे “द गर्ल इन पार्किंग लॉट” मामला कहा जाता है। महिला का शव नीदरलैंड में ए12 राजमार्ग के पास मिला था। माना जाता है कि जब उसकी मौत हुई तो वह 13 से 20 वर्ष की रही होगी।