नई दिल्ली : 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस कार्यालय पर ध्वजारोहण किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को लोकतंत्र और संविधान को बनाए रखने का वादा किया, जिस पर उन्होंने आरोप लगाया कि वे खतरे में हैं। अपने संबोधन के दौरान खरगे ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
पूर्व प्रधानमंत्रियों की सराहना की
स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले असंख्य भारतीयों के बलिदान को सलाम किया और कहा कि उन्होंने न केवल राष्ट्रीय आंदोलन में योगदान दिया बल्कि भारत की मजबूत नींव भी रखी। खरगे ने अटल बिहारी वाजपेयी सहित की पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “उन्होंने हमेशा देश के लिए काम किया और प्रगति और विकास के लिए कई कदम उठाए।”
साथ ही, उन्होंने कहा, “आज कल कुछ लोग ऐसा जताते हैं कि भारत की प्रगति पिछले कुछ सालों में ही हुई है। कला, साहित्य और संगीत को नेहरू जी बढ़ावा दिया। जब देश में अनाज की कमी थी, तो लाल बहादुर शास्त्री और इंदिरा ने हरित क्रांति लाकर देश को आत्मनिर्भर बनाया”
साथ ही उन्होंने कहा, “श्वेत क्रांति से देश दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक बन गया। इंदिरा गांधी के नेतृत्व में देश का पूरा नक्शा ही बदल गया और बांग्लादेश की आजादी दिलाई। राजीव गांधी ने भारत को टेक्निकल आईटी, कंप्यूटर देकर देश के युवाओं के भविष्य में नया उजाला दिया। कई हिस्सों में शांति स्थापित की गई।”
‘संविधान की स्वतंत्रता को बरकरार रखेंगे’
खरगे ने दुख जताते हुए कहा, “मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि आज लोकतंत्र, संविधान और स्वायत्त संस्थाएं, तीनों बहुत खतरे में हैं।” यह कहते हुए कि लोकतंत्र और संविधान देश की आत्मा हैं, उन्होंने इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहा, “हम प्रतिज्ञा लेते हैं कि हम देश की एकता और अखंडता और प्रेम के लिए लोकतंत्र और संविधान की स्वतंत्रता को बरकरार रखेंगे।”
केंद्र पर हमलावर हुए खरगे
केंद्र पर हमला बोलते हुए कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स की छापेमारी हो रही है, चुनाव आयोग को कमजोर किया जा रहा है। संसद में विपक्षी सांसदों को निलंबित कर उनकी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। किसी का माइक जा रहा है या किसी के शब्दों को हटाया जा रहा है। विशेषाधिकार प्रस्ताव लाए जा रहे हैं।”
‘नया इतिहास लिखने के लिए पुराने इतिहास को नहीं मिटाते’
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले समय में लोग शायद इस बात पर विश्वास नहीं करेंगे कि एक समय था, जब सत्ताधारी दल के लोग संसद की कार्यवाही को अवरुद्ध करते थे। खरगे ने कहा, “महान लोग नया इतिहास लिखने के लिए पुराने इतिहास को नहीं मिटाते। वे अपनी रेखा बड़ी खींचते हैं, वे पहले से खींची गई रेखा को काटकर या मिटाकर छोटी नहीं करते।”
योजनाओं का नाम बदलकर ले रही श्रेय
खरगे ने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ नाम बदलकर पिछली सरकारों की योजनाओं का श्रेय ले रही है। उन्होंने कहा, “दशकों से चली आ रही पुरानी संवैधानिक व्यवस्थाओं को विकृत करके तानाशाही को नए आयाम देकर लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और अब वे देश को स्थिरता और शांति प्रदान करने वाले पुराने कानूनों का नाम बदलकर इतिहास रचने की कोशिश कर रहे हैं।”
अपनी असफलताओं को छिपा रही सरकार
उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, “पहले उन्होंने ‘अच्छे दिन’ की बात की, फिर उन्होंने ‘न्यू इंडिया’ की बात की और अब वे ‘अमृत काल’ की बात करते हैं। क्या यह असफलताओं को छिपाने के लिए सिर्फ नाम में बदलाव नहीं कर रहे हैं।”
मणिपुर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश का जिक्र करते हुए, जहां हाल के दिनों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं, उन्होंने कहा कि देश का कोई भी कोना हो, जहां भी अन्याय होगा, कांग्रेस पार्टी न्याय स्थापित करेगी।