इंदौर। इंदौर शहर में भिक्षावृति को कुछ लोगों ने आय का जरिया बना लिया है। देश के अन्य शहरों के भिक्षुक इंदौर में भीख मांगकर अच्छी कमाई भी कर रहे हैं। गुरुवार को महिला बाल विकास अधिकारी की टीम ने एमजी रोड पर मस्जिद के पास एक महिला को भिक्षावृत्ति करते पकड़ा। महिला की जांच की तो बैग में करीब 40, अलग-अलग पर्स में 45 हजार रुपये मिले।
आंध्र प्रदेश से इंदौर आया
अधिकारियों के मुताबिक यह महिला मस्जिदों के पास में रहती है और भिक्षावृत्ति करती है। वहीं गुरुवार को एक अन्य भिक्षुक व्यक्ति को रेस्क्यू किया तो उसके पास से 20 हजार रुपये मिले, जो भिक्षावृति कर जमा किए गए थे। यह व्यक्ति आंधप्रदेश से भिक्षावृति करने इंदौर आया था।
उसके पास रेल का टिकट और रिजर्वेशन फार्म भी मिला। जब उसकी टिकट देखी गई तो पता चला कि वो ट्रेन में रिजर्वेशन करके इंदौर आया है। कुरनूल में इसके पास रेलवे का पास भी था। गौरतलब है कि इंदौर में कलेक्टर ने घोषणा कि है कि भिक्षा मांगे व देने की दोनों स्थितियों में संबंधित पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
300 से ज्यादा भिखारियों को सेवा धाम भेजा गया है
गौरतलब है कि महिला बाल विकास विभाग के द्वारा लगातार भिक्षुक मुक्त अभियान के तहत रेस्क्यू किए गए करीब 300 से अधिक भिखारियों को उज्जैन सेवा धाम में निर्वासित किया जा चुका है।