MP News: लेडी ऑफिसर के साथ 38 लाख के फ्रॉड का विदेश से है कनेक्शन! दोनों आरोपी चीन-यूएई के साथियों के साथ मिलकर कर रहे थे फ्रॉड
ग्वालियर : ग्वालियर में मानव तस्करी में आरोपी बताकर महिला चिकित्सक से 38 लाख रुपए की ठगी करने वाली गैंग का पुलिस ने खुलासा किया है. गैंग का नेटवर्क यूएई और चीन तक फैला है. जालसाजों के दो एजेंट भोपाल से ठगी की रकम को सरगनाओं तक पहुंचाते थे. साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस ने दोनों ठगों को प्रदेश की राजधानी भोपाल से धर दबोचा. आरोपी के मोबाइल के ट्रांजेक्शन देखने पर करोड़ों रुपये की यूएसडीटी में परिवर्तित कर भारत एवं विदेश यूएई, चीन के अपने अन्य साथियों को भेज रहा था. वही पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुट गई है|
दरअसल ग्वालियर शहर की रहने वाली डा.सुजाता बापट को ठगने वाले गैंग के दो मेंबर प्रदेश की राजधानी भोपाल से पकड़े गए हैं. ठग राजीव गुप्ता के नाम से 9 अप्रैल को डा.बापट को फोन कर बोला था कि डीएचएल कंपनी से बोल रहा है. उन्होंने लखनऊ से म्यांमार के पार्सल बुक किया है. इसमें 20 पासपोर्ट हैं, तीन क्रेडिट कार्ड, एक लैपटॉप के अलावा 50 ग्राम एमडीएमए और 4 किलो कपड़ा है|
पार्सल पर भेजने वाले का पता आलमबाग लखनऊ और हासिल करने वाला डा. डेबिड निवासी म्यांमार है. डा.बापट ने पार्सल से ताल्लुक होने से मना किया तो फोन करने वाले धमकाया कि तुरंत आलमबाग पुलिस से संपर्क करो. उसने कहा कि वहां ग्वालियर में है तो ठगों ने डा.बापट से टेलीग्राम एप डाउनलोड कराया. उस पर पुलिस बनकर वीडियो कॉल कर उन्हें मानव तस्करी में शामिल और केस सीबीआइ के पास होना बताया. इस दौरान ठग उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी भी देते और कहते रहे उन्होंने 60 लोगों की आंख, नाक और कान निकाले हैं. उन्हें बेचकर 3 करोड़ 80 लाख रुपए उन्होंने एचडीएफसी बैंक खाते में जमा किए हैं. डा.बापट ने एचडीएफसी बैंक में खाता होने से मना किया तो ठगों ने उनके बैंक की डिटेल मांगी|
उनके खाते में जमा 38 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए. भरोसा दिलाया कि अगर वह निर्दोष हैं तो उनका पूरा पैसा वापस होगा. फिर रकम नहीं लौटाई. जिसकी उन्होंने ठगी का एहसास होने के बाद पुलिस अधीक्षक से शिकायत का साइबर क्राइम में मामला दर्ज कराया था. जिसकी जांच साइबर क्राइम ने की तो पता चला डा. बापट से ऑनलाइन लूटी रकम ऐशबाग भोपाल के रहने वाले शाहरुख खान और उसके साथी लाइक बेग के खाते में जमा हुई थी|
बैंक डिटेल के आधार पर दोनों को भोपाल से पुलिस धर दबोच कर ले आई. जहां पूछताछ में ठगों के एजेंट ने बताया गैंग के बाकी मेंबर यूएइ और चीन में है. ठगी रकम को दोनों सरगनाओं को भेजते हैं. वहां से विटक्वाइन में पैसा खपाया जाता है. खास बात यह है कि साइबर क्राइम पुलिस डॉक्टर से ठगी गई 38 लाख रुपए की रकम आरोपियो से बरामद नहीं कर सकी है पुलिस को आशंका है कि इस गैंग में और भी सदस्य हैं. जिसे लेकर कार्रवाई की जा रही है. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी|
ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने बताया है कि मानव तस्करी में आरोपी बताकर महिला चिकित्सक से 38 लाख रुपए की ठगी करने वाली गैंग का पुलिस ने खुलासा किया है. गैंग का नेटवर्क यूएई और चीन तक फैला है. जालसाजों के दो एजेंट भोपाल से ठगी की रकम को सरगनाओं तक पहुंचाते थे. साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस ने दोनो ठगो को प्रदेश की राजधानी भोपाल से धर दबोचा है. आरोपी के मोबाइल के ट्रांजेक्शन देखने पर करोड़ों रुपये की यूएसडीटी में परिवर्तित कर भारत एवं विदेश यूएई, चीन के अपने अन्य साथियों को भेज रहा था. वही पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुट गई है|