रायपुर में जल्द बनेगा आधुनिक एनसीडीसी भवन, सांसद बृजमोहन अग्रवाल के प्रयासों से मिली बड़ी सौगात

रायपुर : छत्तीसगढ़ समेत रायपुरवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है अब राजधानी रायपुर में भी राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) का आधुनिक और सशक्त भवन बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) के अंतर्गत इस परियोजना के लिए कुल 14 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। यह संभव हो पाया है रायपुर सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल के लगातार प्रयासों और स्वास्थ्य मंत्रालय से उनकी सार्थक पैरवी के कारण।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने शुक्रवार को अगस्त 2025 को लोकसभा में इस विषय को विस्तार से उठाया और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री से राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, क्षेत्रीय कुष्ठ प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (RLTRI) से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी मांगी।

जिस पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने बताया कि, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत रायपुर में NCDC राज्य शाखा के निर्माण के लिए 14 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और यह केंद्र प्रदेश में रोगों की रोकथाम, निगरानी और अनुसंधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र की शाखाओं का उद्देश्य प्रत्येक राज्य की जन स्वास्थ्य से जुड़ी विशिष्ट चुनौतियों का समाधान करना, रोगों की बेहतर निगरानी एवं रोकथाम करना और समय पर प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है। रायपुर में बनने वाला यह नया केंद्र मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसे वेक्टर जनित एवं संचारी रोगों की रोकथाम में विशेष रूप से मददगार होगा, खासकर बस्तर जैसे अति प्रभावित क्षेत्रों में।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, “यह भवन न केवल रायपुर बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा का मजबूत आधार बनेगा। इससे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और अन्य संक्रामक रोगों की रोकथाम एवं समय पर इलाज में बड़ी मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और स्वास्थ्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव जी का मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने इस परियोजना को मंजूरी दी।इस केंद्र के निर्माण से छत्तीसगढ़ में रोग नियंत्रण की क्षमता और भी सुदृढ़ होगी तथा प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर उपलब्ध हो सकेंगी। यह परियोजना प्रदेश के सार्वजनिक स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होगी।

देश में कुष्ठ रोग की वर्तमान स्थिति के संबंध में भी लोकसभा में विस्तृत जानकारी दी गई। वर्ष 2024-25 में 1,00,957 नए मामले सामने आए, जबकि 1 अप्रैल 2025 तक 82,297 मरीज उपचाराधीन हैं, जिससे व्यापकता दर 0.57 हो गई है। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन (NLEP), राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत केंद्र प्रायोजित योजना है, कार्यक्रम के तहत पिछले 10 वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।जिला स्तर पर उन्मूलन प्राप्त करने वाले जिलों की संख्या 542 से बढ़कर 638 हो गई, व्यापकता दर 0.69 से घटकर 0.57 पर आ गई, ग्रेड-2 दिव्यांगता दर 4.48 से घटकर 1.31 हुई और बच्चों में नए मामलों का अनुपात 9.04% से घटकर 4.68% रह गया है।

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