डोंगरगढ़. रायपुर के पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल से लापता हुई हेमलता वर्मा (23 वर्षिय) का 23 दिनों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है. परिजन पुलिस, विश्वविद्यालय और हॉस्टल प्रबंधन की निष्क्रियता से आक्रोशित हैं. सरस्वती नगर थाने में अबतक मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. परिजनों का आरोप है कि हॉस्टल प्रबंधन और विश्वविद्यालय इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, ग्राम मुढ़िया के किसान भोजराम ने सात दिसंबर के बाद से अपनी बेटी हेमलता ( 23 वर्षीय) से बात नहीं की. शुरुआत के कुछ दिन उन्होंने सोचा कि उनकी बेटी पढ़ाई लिखाई में व्यस्त होगी इसलिए फोन नहीं कर रही है लेकिन जब लगातार तीन दिन हेमलता का मोबाइल बंद रहा तो उसके पिता रायपुर पहुंचे. जहां रायपुर हॉस्टल प्रबंधन ने उन्हें गोलमोल जवाब दिया. जिसके बाद वे अपने गांव लौट आए. डोंगरगढ़ थाना के मोहारा चौकी में भोजराम ने FIR दर्ज कराने के लिए कहा लेकिन पुलिस ने उन्हें ये कह कर लौटा दिया कि मामला रायपुर का है. भोजराम फिर रायपुर के सरस्वती नगर थाने पहुंचे यहां भी पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की.
डोंगरगढ़ विधायक हर्षिता बघेल के हस्तक्षेप के बाद सरस्वती नगर पुलिस पीड़ित पिता के साथ युवती के हॉस्टल पहुंची. यहां पीड़ित पिता की मांग पर पुलिस ने युवती के कमरे का ताला तोड़कर युवती के कमरे में प्रवेश किया. कमरे में उसका चश्मा, मोबाइल,चप्पल, स्वेटर समेत अन्य सभी सामान पड़ा था. साथ ही उसके कमरे की चाबी भी वहीं पड़ी मिली. इन सब के बावजूद पुलिस ने अब तक FIR दर्ज नहीं की है. जिसके बाद डोंगरगढ़ विधायक समेत, समाज और परिजनो ने सरस्वती नगर थाने में FIR की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया था.
चक्का जाम के साथ उग्र आंदोल की चेतावनी
पुरे मामले को लेकर डोंगरगढ़ विधायक हर्षिता बघेल ने कहा कि हेमलता पढ़ी लिखी और समझदार लड़की है यूनिवर्सिटी की टॉपर भी है. ऐसे में वो बिना बताए कहीं नहीं जा सकती और अगर जाती भी तो अपना चश्मा, ठंड का स्वेटर और मोबाइल फ़ोन तो जरूर साथ ले जाती लेकिन ये पूरा मामला बहुत ही गंभीर है और हो ना हो उसके साथ ज़रूर कुछ गलत हुआ है. जिसको दबाने विश्वविद्यालय और हॉस्टल प्रबंधन लगातार दबाव बना रहा है. अगर इस मामले में जल्दी ही कोई कार्यवाही नहीं हुई तो कांग्रेस यूनिवर्सिटी के सामने धरना प्रदर्शन, चक्का जाम के साथ उग्र आंदोलन करेगी.