शिलोंग : प्रतिबंधित गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (GNLA) एक बार फिर से सुर्खियों में आ गई है। बताया जा रहा है कि यह संगठन फिर से खड़े होने के लिए मेघालय के युवाओं को निशाना बना रहा है। अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी दी कि जीएनएलए मेघालय के पश्चिमी गारो हिल्स क्षेत्र के युवाओं को गुरिल्ला युद्ध प्रशिक्षण के लिए म्यांमार भेजने की कोशिश कर रहा है।
गतिविधियों की निगरानी का आदेश
अधिकारी का कहना है कि राज्य प्रशासन इनके प्रयासों को विफल करने के लिए लगातार कदम उठा रहा है। इसके लिए वह प्रतिबंधित संगठन के आत्मसमर्पण करने वाले कैडरों की गतिविधियों की निगरानी भी कर रहा है।
खुफिया नेटवर्क को मजबूत करने का आग्रह
गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें खबर मिली है कि जीएनएलए फिर से संगठित हो रहा है। इसे लेकर कई युवाओं को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें गुरिल्ला युद्ध प्रशिक्षण के लिए म्यांमार भेजने की कोशिश की जा रही है। अधिकारी ने कहा कि हाल ही में एक विशेष शाखा के डिप्टी एसपी ने मेघालय के सभी पुलिस थानों में अधिकारियों से संगठन के पूर्व सदस्यों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए खुफिया नेटवर्क को मजबूत करने का आग्रह किया था।
युवाओं को शामिल होने के लिए बैठकें जारी
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राज्य पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वह उग्रवाद विरोधी अभियान चलाएं और संगठन पर छापेमारी की कार्रवाई करें। अधिकारी ने यह भी जानकारी दी कि प्रतिबंधित संगठन में युवाओं को शामिल करने के लिए शाहलंग, जदी और नोंगलबिब्रा क्षेत्रों में बैठकें की जा रही हैं।
बता दें, साल 2018 में GNLA को भंग किया गया था। इसके बाद संगठन के कुछ कैडरों ने आत्मसमर्पण कर दिया था.