ज्योतिष शास्त्र में वक्री ग्रहों के गोचर को विशेष महत्व दिया जाता है। माना जाता है कि इनके गोचर से जातकों को मिलनेवाले शुभ या अशुभ परिणामों में बड़े बदलाव दिखते हैं। वाणी, व्यापार और बुद्धि के कारक ग्रह बुध 24 अगस्त 2023 की मध्यरात्रि 12 बजकर 52 मिनट पर सिंह राशि में वक्री होने जा रहे हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, वक्री ग्रह किसी भी जातक के जीवन में विशेष प्रभाव डालते हैं। बता दें कि किसी भी ग्रह का वक्री होना वह प्रक्रिया है, जब कोई भी ग्रह अपनी सामान्य दिशा की बजाए विपरीत दिशा में चलता हुआ प्रतीत होता है। इस स्थिति में यह पृथ्वी के काफी करीब होता है, इसलिए ज्यादा प्रभाव डालता है। आइये जानते हैं इसका जातकों के जीवन पर किस तरह का असर पड़ेगा।
सिंह राशि में वक्री बुध
वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क क्षमता, वाणी, गणित और संचार कौशल का प्रतिनिधि माना जाता है। इनके गोचर से जातकों की बुद्धि, सीखने की क्षमता, सजगता, भाषण और भाषा आदि प्रभावित होती है। इनका प्रभाव कॉमर्स, बैंकिंग, शिक्षा, संचार, लेखन, हास्य और मीडिया क्षेत्र से जुड़े लोगों पर ज्यादा पड़ता है। वहीं सिंह राशि सरकार, प्रशासन, स्वाभिमान, नेतृत्व क्षमता, सामाजिक प्रतिष्ठा आदि का प्रतिनिधित्व करती है। बुध और सूर्य आपस में मित्र हैं और बुधादित्य योग का निर्माण करते हैं। ऐसे में धन और वाणी के क्षेत्र में जातकों को कई तरह से प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। आइये जानते है कि किन राशियों के लिए वक्री बुध शुभ परिणाम दे सकते हैं।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में वक्री आपके चौथे भाव यानी कि माता, घरेलू जीवन, घर, वाहन, संपत्ति के भाव में होगा। बुध आपकी राशि स्वामी शुक्र के मित्र भी हैं। ऐसे में केन्द्र भाव में वक्री बुध के अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। घरेलू सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी और करियर में तरक्की के आसार हैं। माता के साथ संबंध बेहतर होंगे और प्रॉपर्टी, वाहन आदि के व्यवसाय से जुड़े लोगों को आर्थिक लाभ के योग बन रहे हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए बुध दसवें और लग्न भाव के स्वामी हैं। आपकी राशि के लिए बुध राजयोगकारक हैं और आपके बारहवें भाव यानी विदेश, अस्पतालों, व्यय और आयात-निर्यात के भाव में गोचर कर रहे हैं। इस अवधि में आपके विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। साथ ही विदेशी कंपनी से अच्छी डील होने की संभावना है। आयात-निर्यात के व्यवसाय से जुड़े लोगों को भी अच्छा लाभ मिल सकता है। मेडिकल क्षेत्र में निवेश करनेवालों या मेडिकल प्रोडक्ट बेचनेवालों को भी लाभ मिलने की संभावना है।
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। दो केन्द्र स्थानों के स्वामी अपनी शुभता खो देंगे, तो अशुभ परिणाम भी नहीं देंगे। वक्री बुधके नौवें भाव में गोचर करने से नव-दशम भाव के स्वामी का योग बन रहा है। धर्म और भाग्य स्थान में बुध आपकी किस्मत चमका सकते हैं। पिता को भी इसका लाभ मिल सकता है। लंबी दूरी की यात्राओं का योग बनेगा और और अगर करियर के लिए ऐसा मौका मिले, तो अवश्य जाएं। भाग्य स्थान में बैठा बुध आपके व्यवसाय या नौकरी को काफी तरक्की दिला सकता है।