हिंदू धर्म में संक्रांति पर्व का विशेष महत्व है। हिंदू ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को सभी ग्रहों का स्वामी माना गया है। सूर्य देव जब भी एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे संक्रांति कहा जाता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, फाल्गुन महीने में सूर्य देव 14 मार्च को मीन राशि में प्रवेश करेंगे, इसे मीन संक्रांति कहा जाता है। सनातन धर्म में मीन संक्रांति का भी विशेष महत्व है और इस अवसर पर पवित्र नदियों में स्नान, दान, तप करने का विधान है। मीन संक्रांति पर भी सूर्य देव की विशेष आराधना की जाती है।
मीन संक्रांति 2024 शुभ मुहूर्त
पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, सूर्य देव 14 मार्च को मीन राशि में प्रवेश करेंगे। हिंदू पंचांग के मुताबिक, मीन संक्रांति की शुरुआत दोपहर 12.46 मिनट से होगी और इसका समापन शाम 06.29 बजे होगा और महा पुण्य काल दोपहर 12.46 से दोपहर 02.46 बजे तक रहेगा। मीन संक्रांति का क्षण दोपहर 12.46 बजे होगा।
इन मंत्रों से करें सूर्यदेव की आराधना
ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्य:
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः ।
ॐ सूर्याय नम: ।
ॐ घृणि सूर्याय नम: ।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
मीन संक्रांति पर ऐसे करें पूजा विधि
मीन संक्रांति पर सूर्यदेव की आराधना करें।
सुबह जल्दी उठकर पवित्र नदी में स्नान करें।
सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें।
गरीबों को जरूरत की चीजों का दान करें।