Mamta Kulkarni : महाकुंभ में विवादों से घिरे रहने वाली अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने दो दिन बाद अपना इस्तीफा वापस ले लिया है. वे फिर से किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गई हैं. ममता कुलकर्णी ने कहा कि ‘व्यक्तिगत कारणों से महामंडलेश्वर पद छोड़ने की घोषणा की थी, लेकिन मेरी गुरु ने इसे स्वीकार नहीं किया. किन्नर अखाड़े में कुछ आपसी विवाद जरूर हैं, लेकिन मैं 25 साल से साध्वी हूं और आगे भी साध्वी रहूंगी. मैं अपने आध्यात्मिक पथ पर आगे बढ़ती रहूंगी.’
बता दें कि 10 फरवरी को उन्होंने महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दिया था. उन्होंने कहा था कि ‘मैं महामंडलेश्वर यमाई ममता नंद गिरी, मैं इस पोस्ट से इस्तीफा दे रही हूं. आज किन्नर अखाड़े या दोनों अखाड़ों में बीच में जो मुझे लेकर महामंडलेश्वर की उपाधि घोषित करने के बीच में प्रॉब्लम्स हो रही हैं. मैं एक साध्वी थी 25 साल से और मैं साध्वी ही रहूंगी’.
इससे कुछ दिन पहले Mamta Kulkarni (यामाई ममतानंद गिरी) को किन्नर अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया था. साथ ही महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को भी अखाड़े से बाहर कर दिया गया था. ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने को लेकर साधु संतों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही थी. वैष्णव किन्नर अखाड़े ने बगावत तक का ऐलान कर दिया था. उन्होंने इस पूरी प्रक्रिया को फर्जी और अवैध करार दिया था. इतना ही नहीं किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने भी इस पर सवाल उठाया था.
पद से हटाई गई थीं ममता और उनकी गुरू
इन सबके बाद किन्नर अखाड़े ने कार्रवाई करते हुए Mamta Kulkarni को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया था. साथ ही लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी आचार्य महामंडलेश्वर पद से हटाकर उन्हें भी अखाड़े से बाहर कर दिया गया है. किन्नर अखाड़े की ओर से 50 लाख की मोटी रकम लेकर ममता को महामंडलेश्वर बनाने की बात भी सामने आई थी.