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बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे महामंडलेश्वर अभिराम दास त्यागी महाराज, गर्भगृह में किया पूजन

उज्जैन : महामंडलेश्वर स्वामी श्री अभिरामदास त्यागी (हिमालयवासी) स्वामी रामानंद संत आश्रम, उज्जैन केदारनाथ का आज उज्जैन आगमन हुआ। उन्होंने विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में पहुंचकर बाबा महाकाल का विशेष पूजन किया। उसके बाद भगवान का आशीर्वाद भी प्राप्त किया।

युवा समाजसेवी अभिषेक शर्मा ने बताया कि महामंडलेश्वर स्वामी अभिरामदास त्यागी महाराज आज बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन आए थे, जहां उन्होंने गर्भगृह में पहुंचकर बाबा महाकाल का पूजन किया। इस दौरान वे बाबा महाकाल की भक्ति में लीन दिखाई दिए। उन्होंने भगवान का पूजन करने के बाद नंदी हॉल में बैठकर ध्यान लगाया और जय श्री महाकाल का उद्घोष करते हुए भी दिखाई दिए। इस दौरान बड़ी संख्या में उनके अनुयायी महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे थे।

अब तक चार आश्रमों की स्थापना कर चुके हैं महामंडलेश्वर अभिरामदास त्यागी महाराज
गुरुदेव ने अपने जीवन में संत सेवा को प्राथमिकता दी है। लोगों को ज्ञान देने के लिए उन्होंने पूरे भारत का भ्रमण किया। यहां तक कि सर्दियों के महीनों में भी श्री स्वामी अभिरामदासजी त्यागी नंगे पैर हिमालय की यात्रा पर जाते थे। संत सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से श्री स्वामी अभिरामदासजी त्यागी ने भारत में 4 आश्रम स्थापित किए।

1.श्री स्वामी रामानंद संत आश्रम, हनुमान गुफा, केदारनाथ (हिमालय)
2. श्री स्वामी रामानंद संत आश्रम, ऋषिकेश
3. श्री रामटेकरी तपोवन, मध्य प्रदेश
4. श्री स्वामी रामानंद संत आश्रम, गुवार, ता. नान्दोद, जिला. नर्मदा (राजपीपला के पास)  उपरोक्त आश्रमों में संत सेवा होती है। इन आश्रमों की जादुई सुंदरता यह है कि यहां सभी का स्वागत है, चाहे उनकी आस्था, विश्वास और परवरिश कुछ भी हो। श्री स्वामी अभिरामदास त्यागी व्यक्तियों को अपना रास्ता चुनने की अनुमति देते हैं। यदि व्यक्ति श्री स्वामी अभिरामदास त्यागी से मार्गदर्शन चाहते हैं तो वे हमेशा उनका मार्गदर्शन करने के लिए तैयार रहते हैं।

सनातन धर्म की ध्वजा फहराने के लिए देश ही नहीं विदेशों की यात्रा कर चुके हैं महामंडलेश्वर

श्री स्वामी अभिरामदास त्यागी ने अपने मिशन के तहत पूरे भारत और विदेशों में यात्रा करने का बीड़ा उठाया, जिसका उद्देश्य लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करके जीवन का सार्थक उद्देश्य दिखाना था। गुरुदेव के दिव्य व्यक्तित्व ने दुनिया भर में कई अनुयायियों को आकर्षित किया। उनकी उपस्थिति और आभा ने उनके भक्तों को शांति, प्रेम और खुशी प्रदान की। भगवान राम ने दुनिया को श्री स्वामी अभिरामदास त्यागी के रूप में ऐसा दिव्य व्यक्तित्व उपहार में दिया है।

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