रायपुर। महादेव सट्टा ए प्प जुड़े स्टॉक पोर्ट फोलियो के मालिक सट्टा एप के सहयोगी विकास छापरिया के करीबी गोविंद केडिया की ईडी ने डीमैट होल्डिंग्स में 160 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की है। इधर, डीएमएफ घोटाला मामले में गिरफ्तार मनोज द्विवेदी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। डीएमएफ घोटाला मामले में ईडी ने निलंबित आईएएस रानू सहित 16 लोगों को आरोपी बनाया है। इस मामले में ईडी ने कोर्ट में 8 हजार 21 पन्नों का चालान पेश किया है, जिसमें 169 पन्नों में प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट है। कोर्ट में ईडी ने 90 करोड़ 48 लाख 22 हजार 255 रुपए के घोटाले का चालान पेश किया है।
गोविंद केडिया पर परफेक्ट प्लान इन्वेस्टमेंट्स (एलएलपी), एक्जिम जनरल ट्रेडिंग एफजेडसीओ और टेकप्रो आईटी सॉल्यूशंस एलएलसी जैसी कंपनियों के जरिए सट्टे की अवैध कमाई को निवेश करने का आरोप है। सट्टे से प्राप्त आय को छिपाने के लिए गोविंद पर विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) का इस्तेमाल करने का आरोप है। उल्लेखनीय है कि ईडी ने पिछले सप्ताह महादेव सट्टा एप से जुड़े हरीश टिबरेवाल की मारीशस सहित देश में 388 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच करने की कार्रवाई की थी।
विकास के कहने पर शेयर बाजार में निवेश
ईडी के अनुसार, विकास छापरिया के कहने पर गोविंद ने सट्टे की रकम को शेयर बाजार में निवेश किया। निवेश में प्राप्त लाभ हानि को 75 तथा 25 प्रतिशत के रेसियों में बांटे जाने की बात सामने आई है। ईडी को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक गोविंद केडिया ने कुल निवेश के केवल 25% पर ब्याज लिया था। ल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष ईडी ने गोविंद केडिया के ठिकानों पर छापेमारी कर 18 लाख रुपए कैश, 13 करोड़ रुपए की सोने के ज्वेलरी जब्त की थी। गोविंद केडिया को गिरफ्तार करने पूछताछ करने रिमांड पर लिया है। बुधवार को गोविंद की रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पूछताछ के बाद मनोज की गिरफ्तारी
डीएमएफ फंड घोटाला मामले में ईडी ने रानू साहू की करीबी माया वारियर से पूछताछ के बाद मनोज द्विवेदी को तीन बार पूछताछ करने कार्यालय बुलाया। मनोज द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं देने पर ईडी ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर पूछताछ करने रिमांड हासिल की थी।