माघ पूर्णिमा 5 फरवरी को है और इस बार इस दिन कई दुर्लभ योग होने से यह तिथि धार्मिक दृष्टि से बहुत ही शुभ मानी जा रही है। इस शुभ तिथि पर लक्ष्मी प्राप्ति के कुछ उपाय बेहद असरदार माने जाते हैं। जिनको करने से आपके घर में बरकत आती है।
माघ पूर्णिमा पर इस बार कई दुर्लभ योग बन रहे हैं। माघ मास की पूर्णिमा इस बार 5 फरवरी को है और इस दिन रवि पुष्य योग समेत कई दुर्लभ योग बन रहे हैं। इन शुभ योग के बीच यदि मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो वह आपसे प्रसन्न होकर आपके घर में धन वर्षा करती हैं। पूर्णिमा तिथि हर महीने की महत्वपपूर्ण होती है, लेकिन माघ पूर्णिमा पर संगम में स्नान करने का विशेष महत्व पुराणों में बताया गया है। आइए जानते हैं इस दिन कौन से दुर्लभ योग बन रहे हैं और किन उपायों से आपको प्राप्त होगी समृद्धि।
माघ पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 4 फरवरी की शाम को 7 बजकर 59 मिनट पर होगा और यह तिथि 5 फरवरी को रात में 10 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए उदया तिथि की मान्य ता के अनुसार माघ पूर्णिमा 5 फरवरी को मनाई जाएगी।
माघ पूर्णिमा पर बने ये दुर्लभ योग
धार्मिक दृष्टि से माघ पूर्णिमा पर गंगा स्नांन का विशेष महत्व माना गया है। लेकिन इस साल की माघ पूर्णिमा धार्मिक दृष्टि से और भी महत्वगपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इस दिन कई दुर्लभ शुभ योग एक साथ बन रहे हैं। माघ पूर्णिमा पर आश्लेवषा नक्षत्र में चंद्रमा, गुरु और शनि तीनों ग्रह अपनी ही राशि में मौजूद होंगे। इसके साथ ही माघ पूर्णिमा पर अति दुर्लभ रवि पुष्य योग बन रह रहा है। रविवार को जब पुष्य योग बनता है तो इसे रवि पुष्य योग कहते हैं। इस बार की माघ पूर्णिमा 5 फरवरी रविवार को है। इन शुभ योग में मां लक्ष्मी को प्रसन्नदकरने के लिए कुछ उपाय बेहद शुभफलदायी माने जाते हैं। इसके साथ ही माघ पूर्णिमा पर वाशी योग, आयुष्मान योग, सुनफा योग, सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहे हैं। मान्यता है कि इन शुभ योग में जो भी कार्य किए जाते हैं उनमें सफलता प्राप्त होती है।
माघ पूर्णिमा पर रवि पुष्यश योग में करें ये उपाय
रवि पुष्यि योग में सोना खरीदना सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन सोना खरीदने के बाद उसे अपने घर के पूजा स्थान में मां लक्ष्मी को अर्पित करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी आपके धन में बरकत करती हैं और आपको सोना खरीदने के अन्य मौके प्राप्त होते हैं।
रवि पुष्यो में भगवान कृष्णक की पूजा करनी चाहिए इौर उन्हें पीत वस्त्र पहनाने चाहिए। पूजा के बाद कान्हाषजी को बेसन या फिर बूंदी के लड्डू का भोग लगाना चाहिए। इस उपाय को करने से संतान प्राप्ति में आ रही बाधा दूर होती है और साथ धन में भी वृद्धि होती है।
माघ पूर्णिमा पर गंगाजल से स्नातन करने के बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मीा का दूध और गंगाजल से अभिषेक करना चाहिए। इसके बाद श्रीसूक्ता या फिर कनकधारा स्त्रो।त का पाठ करना चाहिए। मां लक्ष्मी का कृपा आपको सदैव प्राप्ता होती है।
माघ पूर्णिमा पर पीपल के पेड़ की पूजा करने का विशेष महत्व माना जाता है। पीपल के पेड़ को भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है। माघ पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ पर दूध मिश्रित जल चढ़ाएं और घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से आपको भगवान विष्णु के साथ ही पितृगणों का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
माघ पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में गंगा स्नान करने से कई पुराने रोग दूर होते हैं। मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा अपनी सोलह् कला से युक्त होकर अमृत वर्षा करते हैं। इस कारण नदियों का जल अमृत ये युक्तं माना जाता है और इसमें स्नान करने आप सभी पापों से मुक्ति होते हैं और रोग भी दूर होते हैं।