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शरद पूर्णिमा पर 30 साल बाद गजकेसरी योग में लग रहा चंद्रग्रहण, जानें क्या होगा प्रभाव

sharad purnima

शरद पूर्णिमा पर इस साल 30 साल बाद चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। हिंदू मान्यता के मुताबिक 28 अक्टूबर को चंद्रग्रहण गजकेसरी योग में लगने जा रहा है। भारतीय समय के अनुसार, चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर की रात 1.05 मिनट से शुरू हो जाएगा। खास बात ये हैं कि ये चंद्रग्रहण सिर्फ भारत में ही दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य होगा।

कुंभ राशि में लगेगा चंद्रग्रहण

शरद पूर्णिमा पर 30 साल बाद लगने वाला ये चंद्र ग्रहण कुंभ राशि में लगने वाला है। चंद्र ग्रहण की अवधि करीब 4 घंटे 4 मिनट की होगी और इसका सूतक काल 28 अक्टूबर को दोपहर 2:52 बजे से 29 अक्टूबर को 2:24 रात तक रहेगा।

गजकेसरी योग का महत्व

ज्योतिष के मुताबिक, चंद्रग्रहण गजकेसरी योग में लगेगा, इसलिए इसका विशेष ज्योतिषीय महत्व है। चंद्रमा और बृहस्पति का एक-दूसरे के साथ शुभ संबंध होता है, जो धन, समृद्धि, शिक्षा, बुद्धि, भाग्य, और सम्मान का कारक होता है।

इन राशियों को होगा नफा-नुकसान

30 साल शरद पूर्णिमा पर लगने वाला ये चंद्रग्रहण मेष राशि, कन्या राशि, मकर राशि और कुंभ राशि वालों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इन 4 राशि वालों को आर्थिक लाभ हो सकता है और पुराने रोगों से मुक्ति भी मिल सकती है। इसके अलावा सिंह राशि, मीन राशि और मिथुन राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण सामान्य प्रभाव दिखाएगा। ज्योतिष के मुताबिक वृषभ राशि, कर्क राशि, धनु राशि और कुंभ राशि वालों को चंद्रग्रहण के दौरान अलर्ट रहने की जरूरत है।

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