नईदिल्ली। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट (Hindenburg Research Report) आने के बाद उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) का अडानी समूह (Adani Group) भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है. अडानी ग्रुप की कंपनियों में सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के भारी निवेश को लेकर सरकार को काफी किरकिरी का सामना भी करना पड़ा है. इस बीच सरकार ने एलआईसी के मौजूदा चेयरमैन एम. आर. कुमार (LIC Chairman) का कार्यकाल बढ़ाने से मना कर दिया है.
सरकार ने सिद्धार्थ मोहंती को एलआईसी का अंतरिम चेयरमैन नियुक्त किया है. उन्हें 14 मार्च से ही कार्यकाल संभालने के लिए कहा गया है. फिलहाल उनकी नियुक्ति इस पद पर 3 महीनों के लिए की गई है.
LIC Housing Finance के सीईओ हैं मोहंती
सिद्धार्थ मोहंती मौजूदा समय में एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस के एमडी और सीईओ हैं. मोहंती को 1 फरवरी 2021 को एलआईसी का एमडी नियुक्त किया गया था. उन्होंने टी.सी. सुशील कुमार की जगह ली थी. सिद्धार्थ मोहंती को उनकी सेवानिवृत्ति यानी 30 जून 2023 तक एलआईसी के एमडी बने रहने के लिए नामांकित किया गया था. अब उन्हें बीमा कंपनी का अंतरिम चेयरमैन बनाया गया है.
एलआईसी ने शेयर बाजार को सूचना दी कि वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग ने सिद्धार्थ मोहंती को कंपनी का अंतरिम चेयरमैन बनाया है. ये उनके एलआईसी के मैनेजिंग डायरेक्टर के कर्तव्यों से अलग प्रभार होगा. अंतरिम चेयरमैन के तौर पर वह 14 मार्च 2021 से काम करने लगेंगे.
मोहंती 3 महीने अथवा नए चेयरमैन की नियुक्ति तक, इनमें से जो भी पहले होगा. इस प्रभार को संभालते रहेंगे. मौजूदा वक्त में सिद्धार्थ मोहंती के अलावा विष्णु चरण पटनायक, इपे मिनी और राज कुमार एलआईसी के मैनेजिंग डायरेक्टर्स हैं.
अडानी मामले में एलआईसी की किरकिरी
एलआईसी के चेयरमैन पद पर नई नियुक्ति ऐसे समय में होने जा रही है, जब कंपनी अडानी समूह में अपने निवेश को लेकर चौतरफा आलोचनाओं से घिरी है. वहीं सरकार को भी काफी किरकरी झेलनी पड़ी है. अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश पर नुकसान के चलते स्टॉक मार्केट में एलआईसी के शेयर प्राइस में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया है. अडानी समूह की कंपनियों में एलआईसी ने 30,127 करोड़ रुपये का निवेश किया है.