हिंदू धर्म में चातुर्मास का विशेष महत्व है। जून माह के आखिरी सप्ताह में देवशयनी एकादशी होने से इस बार चातुर्मास 5 माह के लिए होगा और इस दौरान शादी-विवाह आदि मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाएगी। गौरतलब है कि धार्मिक मान्यता के अनुसार देवशयनी एकादशी से सभी देवता 4 माह के लिए सो जाते हैं और इस दौरान की अवधि चातुर्मास कही जाती है।
देवशयनी एकादशी से पहले शुभ मुहूर्त
देवशयनी एकादशी के बाद शुभ कार्य करना वर्जित होता है। ऐसे में यदि आप इससे पहले कोई शुभ काम करने का विचार कर रहे हैं तो सिर्फ 7 ही शुभ मुहूर्त हैं। हिंदू पंचांग के हिसाब में संपत्ति खरीदने और वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त 13 और 17 जून को ही है। इसके बाद 11 जुलाई और 8, 20 व 28 अगस्त और 17, 20 व 29 सितंबर ही शुभ मुहूर्त रहेगा। मुंडन संस्कार के लिए 8, 14, 21 व 28 जून का शुभ मुहूर्त है। वहीं उपनयन संस्कार के 5, 8,14,21, 22 व 28 जून को शुभ मुहूर्त है।
29 जून से शुरू होगा चातुर्मास
देवशयनी एकादशी 29 जून को है और धार्मिक मान्यता है कि इस दिन से भगवान विष्णु 4 माह के लिए योग निद्रा पर चले जाएंगे। इस दौरान सृष्टि का संचालन भगवान शिव करते हैं। इसके बाद देवउठनी एकादशी को भगवान विष्णु योग निद्रा से बाहर आएंगे और तब चातुर्मास का समापन होगा। इस साल देवउठनी एकादशी 23 नवंबर को है।