नवरात्र सनातन धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। नवरात्र के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्र पूरी तरह से मां दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित होते हैं। साल में चार बार नवरात्र मनाए जाते हैं, जो कि शरद नवरात्र, चैत्र नवरात्र, माघ नवरात्र और आषाढ़ गुप्त नवरात्र है। इस साल नवरात्र 9 अप्रैल 2024 से शुरू हो रहे हैं।
नवरात्र में करें इन नियमों का पालन
नवरात्र के दौरान साधकों को सुबह जल्दी उठकर पवित्र स्नान करना चाहिए।
नवरात्र में शराब, तंबाकू और मांसाहारी भोजन जैसी तामसिक चीजों का सेवन न करें।
उपवास के दौरान अपने नाखून, बाल और दाढ़ी काटने से बचें।
व्रत के दौरान कुट्टू, सिंघाड़ा, दूध, साबूदाना, आलू और फलों का सेवन किया जा सकता है।
नवरात्र के दौरान सरसों के तेल और तिल के सेवन से बचें।
आप मूंगफली का तेल और घी का उपयोग कर सकते हैं।
नमक के दैनिक प्रयोग से बचें।
आप सेंधा नमक का उपयोग कर सकते हैं।
उपवास के दिनों में सोने से बचें।
पूजा के दौरान साफ और पवित्र वस्त्र धारण करें।
चमड़े की चीजों का उपयोग न करें।
काले कपड़े पहनने से बचें।
बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बीमारियों से पीड़ित लोगों को उपवास नहीं करना चाहिए।
इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा करें।
कन्याओं का अपमान न करें।
मां दुर्गा को प्रसन्न करने के मंत्र
ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।